दिल्ली में गुरुवार को एयर क्वालिटी गंभीर श्रेणी में पहुंच गई और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 पार पहुंच गया। गुरुवार सुबह 6 बजे दिल्ली के 31 इलाकों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी से गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। सबसे ज्यादा AQI 567 जहांगीरपुरी में दर्ज किया गया। वहीं, पंजाबी बाग में 465 और आनंद विहार में 465 AQI दर्ज किया गया।
राजधानी में ठंड ने भी दस्तक दे दी है। धुंध और कोहरे की वजह से बुधवार सुबह 8 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर जीरो विजिबिलिटी रही, जबकि कुछ स्थानों पर विजिबिलिटी 125 से 500 मीटर के बीच रही। भारी कोहरे की वजह से बुधवार को आईजीआई एयरपोर्ट पर 10 फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा। इनमें 9 जयपुर और 1 लखनऊ के लिए डायवर्ट की गईं। सुबह के समय सफदरजंग में भी विजिबिलिटी 400 मीटर के आसपास रही। कोहरे के कारण एनएच-24, धौला कुआं, रिंग रोड पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
AQI क्या है और इसका हाई लेवल खतरा क्यों
AQI एक तरह का थर्मामीटर है। बस ये तापमान की जगह प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है।
हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा। और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे तो 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन अभी हालात ये हैं कि राजस्थान, हरियाणा दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये 300 के ऊपर जा चुका है। ये बढ़ता AQI सिर्फ एक नंबर नहीं है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है।