दिल्ली। वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणी को एक बार फिर देश का अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है। कानून मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। मंत्रालय के अनुसार, उनका नया कार्यकाल दो वर्ष का होगा।
वेंकटरमणी का वर्तमान तीन वर्षीय कार्यकाल इस महीने के अंत में समाप्त हो रहा था। ऐसे में सरकार ने उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। 75 वर्षीय वेंकटरमणी ने 30 सितंबर 2022 को देश के 16वें अटॉर्नी जनरल के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्होंने वरिष्ठ न्यायविद केके वेणुगोपाल का स्थान लिया था।
अटॉर्नी जनरल देश के प्रमुख विधि अधिकारी होते हैं और सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट व अन्य अदालतों में महत्वपूर्ण मामलों की पैरवी करते हैं। इस पद पर नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति करते हैं और यह संवैधानिक व्यवस्था के तहत सर्वोच्च विधिक पद है।
वेंकटरमणी के पास चार दशकों से अधिक का कानूनी अनुभव है। वे कराधान, मानवाधिकार, शिक्षा और संविधान से जुड़े कई अहम मामलों में सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पैरवी कर चुके हैं। उनकी दोबारा नियुक्ति से सरकार को महत्वपूर्ण कानूनी मामलों में निरंतरता और अनुभव का लाभ मिलेगा।