रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर और सरगुजा संभाग में इस साल सर्दी ने एक बार फिर अपना खतरनाक तेवर दिखाया है। हिमालय की ओर से आ रही ठंडी हवाओं ने अंबिकापुर में तीन दिन की मौसम राहत को खत्म कर, तापमान में जोरदार गिरावट ला दी है। यहाँ 10 साल का न्यूनतम रिकॉर्ड टूट गया है — अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस दशक में अब तक का सबसे कम रहा। सामान्य तापमान से करीब 4 डिग्री नीचे पारा गिरने से लोगों को जम कर ठंड महसूस हुई।
बीते कुछ दिनों में बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के कारण थोड़ी गर्मी और मौसम में नरमी दिखी थी, लेकिन अब शीतल हवाओं ने मौसम को पूरी तरह बदल कर रख दिया है। रायपुर-माना एयरपोर्ट पर न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री दर्ज हुआ — यह संख्या भी पिछले दस वर्षों में सबसे कम है।
मौसम विभाग के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में कहीं भी बारिश नहीं हुई, और हवा शुष्क बनी रही। राज्य के अन्य हिस्सों जैसे बिलासपुर, जगदलपुर, दुर्ग आदि में भी न्यूनतम तापमान 10–12 डिग्री के बीच दर्ज हुआ। उदाहरण के लिए, बिलासपुर में न्यूनतम 12.6, जगदलपुर में 10.6, तथा दुर्ग में 11.0 डिग्री तापमान रहा।
अगले कुछ दिन ठंड कम होने की संभावना कम है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 2–3 दिनों में तापमान में मामूली — लगभग 2–3 डिग्री — वृद्धि हो सकती है। इसके बाद शनिवार को रायपुर में धूप खिल सकती है, जहां अधिकतम तापमान लगभग 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान करीब 13 डिग्री रहने की संभावना है।
हालाँकि अब दूसरे राज्यों में सक्रिय देवराह चक्रवात का फिलहाल छत्तीसगढ़ पर कोई असर नहीं दिख रहा है, लेकिन ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण लोगों को कमर कसने की तैयारी करनी होगी। विशेषकर बुज़ुर्ग, बच्चे और पूर्वाह्न में बाहर जाने वाले लोगों को गर्म कपड़ों व सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।

