छत्तीसगढ़ में इस बार 1 नवंबर को राज्योत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा। बल्कि 4 से 6 नवंबर तक राज्योत्सव मेला नवा रायपुर में होगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, सभी शहरों और गांव की जनता एक नवंबर की शाम अपने घरों में दीप जलाकर दीपोत्सव के साथ-साथ राज्योत्सव भी मनाएं।
राज्योत्सव पर नवा रायपुर अटलनगर में साय सरकार की तरफ से 10 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। सरकार रियायती दरों पर आम लोगों के लिए राज्योत्सव तक जाने बस की सुविधा उपलब्ध कराएगी। 6 नवंबर को राज्य अलंकरण समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को राज्य अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा।
नवंबर को सभी जिलों में कार्यक्रम
- सरकार ने सभी कलेक्टर्स को कहा कि, जिला मुख्यालयों पर 5 नवंबर को एक दिन कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें विकास विभागों की विभागीय प्रदर्शनी और स्थानीय कलाकारों की परफॉर्मेंस होंगी।
- 1 नवंबर से 6 नवंबर तक जिला मुख्यालयों के सभी सरकारी दफ्तरों में लाइटिंग की जाएगी। जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में मंत्री, सांसदों, विधायक, जन-प्रतिनिधि को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।
विभागों की तरफ से प्रदर्शनी लगाई जाएगी
राज्योत्सव स्थल पर कई विभागों की तरफ से प्रमुख विभागीय योजनाओं पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। निजी संस्थानों और पीएसयू संस्थानों के लिए भी हैंगर बनाया जाएगा। कृषि और जल संसाधन विभाग भी प्रदर्शनी लगाएगी। प्रदर्शनी में विभागों की नई योजनाएं प्रमुखता से दिखाए जाएंगे।
शिल्पग्राम, फूड कोर्ट, फैन पार्क होंगे आकर्षण का केंद्र
राज्योत्सव आयोजन स्थल पर शिल्पग्राम, फूड कोर्ट भी बनाया जाएगा। यहां ट्राइबल फूड भी उपलब्ध होगा। बच्चों के लिए फन पार्क भी बनाया जाएगा, जहां कई झूले होंगे।
राज्योत्सव का नाम बदला गया
बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण 1 नवंबर 2000 को हुआ था। हर साल इसी दिन राज्योत्सव मनाया जाता है। इस बार ‘अमृतकाल- छत्तीसगढ़ विजन @2047’ नाम के इस कार्यक्रम में कई तरह के स्टॉल लगेंगे। प्रदेश सरकार ने एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। इसमें बताया गया है कि 2047 तक कैसे प्रदेश में विकास के काम होंगे।