रायपुर। छत्तीसगढ़ के कॉलेज छात्रों के लिए बड़ी राहत दी गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत बीए, बीकॉम और बीएससी के विद्यार्थी अब तीसरे या पांचवें सेमेस्टर में अपना कॉलेज बदल सकते हैं। साथ ही वे स्वाध्यायी से नियमित या नियमित से स्वाध्यायी छात्र के रूप में भी आगे की पढ़ाई कर सकेंगे। यह आदेश प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में लागू होगा।
पिछले सत्र में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध शासकीय और निजी महाविद्यालयों में कई छात्रों ने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा फॉर्म जमा किया था। कई छात्रों ने अपना कॉलेज और जिला दोनों बदल लिए, जबकि कुछ ने प्रवेश क्रम नियमित से स्वाध्यायी और स्वाध्यायी से नियमित कर दिया था। इससे विश्वविद्यालय में परीक्षा और गोपनीय विभाग में परेशानी उत्पन्न हो रही थी। इसके बाद विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन लिया और नए आदेश जारी किए।
तीसरे सेमेस्टर में कॉलेज बदलने के लिए छात्रों को प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर में कुल 40 क्रेडिट अंक और पांचवें सेमेस्टर में कॉलेज बदलने के लिए प्रथम से चौथे सेमेस्टर में कुल 80 क्रेडिट अंक अर्जित करना अनिवार्य होगा। नियमित छात्रों के लिए पिछली कक्षाओं में कम से कम 20 क्रेडिट अंक होना जरूरी है। स्वाध्यायी छात्रों को कॉलेज का आवंटन विश्वविद्यालय करेगा।
स्वाध्यायी छात्र तीसरे या पांचवें सेमेस्टर से नियमित छात्र के रूप में पढ़ सकते हैं, बशर्ते पिछले सेमेस्टर के सभी विषयों में पास हों और आवश्यक क्रेडिट अंक अर्जित कर चुके हों।
संचालक उच्च शिक्षा संचालनालय संतोष कुमार देवांगन ने मार्गदर्शन दिया और अध्ययनमंडल की बैठक में नियमों के पालन के साथ कॉलेज और प्रवेश क्रम परिवर्तन की मंजूरी दी गई। कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप ने बताया कि इस निर्णय से छात्रों को काफी राहत मिलेगी और विश्वविद्यालय प्रशासन को भी दस्तावेज और क्रेडिट अंक निर्धारण में सुविधा होगी।

