बिलासपुर। जिले के ग्राम पंचायत भिलमी के सरपंच चुनाव में पराजित प्रत्याशी वासुदेव बिजोरे ने आरोप लगाया है कि एसडीएम कार्यालय में पदस्थ रीडर नरेंद्र कुमार कौशिक ने उन्हें 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। यह रिश्वत पुनर्गणना के दौरान जीत सुनिश्चित कराने के लिए मांगी गई थी। मामला मीडिया में वायरल ऑडियो के कारण तेजी से चर्चा में आ गया है।
चुनाव परिणाम आने के बाद वासुदेव बिजोरे ने पुनर्गणना के लिए आवेदन दिया था। इसी दौरान रीडर कौशिक ने उनसे संपर्क किया और सीधे तौर पर 10 लाख रुपये की मांग की। वासुदेव का आरोप है कि रीडर ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस राशि के भुगतान के बाद वे पुनर्गणना प्रक्रिया को प्रभावित कर उनकी जीत सुनिश्चित करेंगे।
पीड़ित प्रत्याशी ने इस गंभीर मामला कलेक्टर को लिखित शिकायत के रूप में सौंपा। उन्होंने ऑडियो रिकॉर्डिंग भी प्रस्तुत की है, जिसमें रीडर खुद कह रहे हैं, “यह लाख दो लाख का काम नहीं है, भाई… कम से कम 10 लाख रुपये लगेंगे। पुनर्गणना में सब साहब लोग काम करते हैं, छोटा-मोटा काम नहीं है।” वासुदेव पूछते हैं, “सर उतना करेंगे तो गारंटी के साथ करेगा पूरा?” रीडर जवाब देता है, “बिल्कुल करेगा… 10 लाख दोगे तो जरूर करेगा।”
इस घटना के उजागर होने के बाद एसडीएम कार्यालय में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों के बीच यह वायरल ऑडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला प्रशासनिक नैतिकता और चुनाव प्रक्रिया से जुड़ा होने के कारण, वासुदेव बिजोरे ने उच्च स्तरीय जांच और रीडर के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय प्रशासन ने फिलहाल इस मामले में आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है। हालांकि, ऐसे मामले चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और सरकारी कर्मचारियों की जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठाते हैं। आगामी दिनों में इस मामले की जांच तेज होने की संभावना है, ताकि आरोपों की सत्यता सामने आ सके और यदि दोष साबित होता है, तो कार्रवाई की जाए।

