रायपुर। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज अपने चार दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर मंगलवार को पहुंचे। अपने दौरे के दौरान वे विभिन्न जिलों में श्रद्धालुओं से मिलेंगे और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी से छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर पहुंचे शंकराचार्य जी का स्थानीय भक्तों और अनुयायियों ने भव्य स्वागत किया। अंबिकापुर पहुंचने के बाद वे रावत रिजेंसी के राजेश सिंह के निवास पर भी गए, जहां सिंह परिवार ने पारंपरिक विधि से उनका पादुकापूजन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। छत्तीसगढ़ सरकार ने उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा दिया है और उनकी सुरक्षा व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
मीडिया प्रभारी अशोक साहू के अनुसार, शंकराचार्य जी का यह दौरा पूरी तरह धार्मिक और सांस्कृतिक है, जिसमें वे सनातन धर्म के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार करेंगे। ज्योतिर्मठ के सीईओ चंद्रप्रकाश उपाध्याय ने जानकारी दी कि 22 मई को शंकराचार्य रायपुर स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंचेंगे, जहां वे ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
शंकराचार्य तीन दिनों तक रायपुर आश्रम में रहेंगे और इस दौरान प्रतिदिन प्रवचन देंगे, अनुष्ठानों में भाग लेंगे तथा श्रद्धालुओं को दर्शन और आशीर्वचन देंगे। 23 मई को वे सरगुजा के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां बनारस चौक, जवाहर मार्केट और नवापारा में उनका स्वागत किया जाएगा। नरेश कुमार यादव के निवास पर विशेष आयोजन किया गया है। प्रवास का समापन 24 मई को सुबह वाराणसी प्रस्थान के साथ होगा।

