मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को घोषणा की कि राज्य में बाढ़ से प्रभावित किसानों की बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी उनकी पार्टी उठाएगी। उन्होंने शिवसैनिकों को इस कार्य के लिए आगे आने का निर्देश दिया। शिंदे ने कहा कि किसानों को हर संभव सहायता दी जाएगी ताकि उनकी दिवाली काली न हो।
मुंबई के नेस्को सेंटर में शिवसेना की परंपरागत दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिंदे ने बताया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को संगठन की ओर से 26 तरह की जीवनावश्यक वस्तुएं वितरित की जा रही हैं। उन्होंने दावा किया कि वह बालासाहेब ठाकरे के 80% समाजसेवा और 20% राजनीति के सिद्धांत पर चलकर ही कार्य कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हमला बोला। शिंदे ने कहा कि उद्धव ने अब तक बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एक बिस्कुट का पैकेट भी नहीं भेजा। जबकि वे और उनके शिवसैनिक किसानों के घर-घर जाकर सहायता पहुंचा रहे हैं।
उधर, शिवाजी पार्क में हुई शिवसेना (यूबीटी) की रैली में उद्धव ठाकरे ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को बाढ़ राहत के लिए दिल्ली जाकर पैसे मांगने पड़े। उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया।
शिंदे ने इसका जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र को पहले से पांच गुना अधिक फंड दिया है, जिससे राज्य में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। साथ ही, उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर निर्माण जैसे फैसलों के लिए पीएम मोदी की सराहना की और कहा कि यह बालासाहेब ठाकरे के सपनों को पूरा करने जैसा है।