दिल्ली। देशभर में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में हो रही बर्फबारी का सीधा असर अब मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। हिमालयी क्षेत्रों से बहकर आ रही बर्फीली हवाओं ने उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के कई राज्यों में ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। विशेषकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 16 नवंबर तक शीतलहर की स्थिति बनी रहने की आशंका जताई गई है।
दूसरी ओर, दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी रहने वाला है। दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण और कश्मीर के पास सक्रिय कमजोर पश्चिमी विक्षोभ मौसम में बदलाव ला रहा है। इसकी वजह से तमिलनाडु, केरल, माहे और तटीय आंध्र प्रदेश में 13 से 19 नवंबर तक मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। तमिलनाडु में 13, 16 और 18 नवंबर को भारी बारिश के आसार हैं, जबकि केरल और माहे में 17 से 19 नवंबर के बीच बारिश तेज हो सकती है।
उत्तर भारत में सर्दी का असर गहराने लगा है। यूपी, एमपी, बिहार, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग ने 14 से 16 नवंबर के बीच कई इलाकों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। वहीं पूर्वोत्तर भारत और उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों तक हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना है। पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है।
दिल्ली-एनसीआर में भी ठंड के साथ प्रदूषण बढ़ा हुआ है। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली का AQI 400 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है। तापमान में गिरावट ने राजधानी में सर्दी का एहसास और बढ़ा दिया है।

