दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हाल ही में हुई हिंसा और विरोध प्रदर्शनों से जुड़े मामले में गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि आंगमो ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने गुरुवार को संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत अपने पति की गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए रिट याचिका दायर की।
गीतांजलि का कहना है कि वांगचुक की गिरफ्तारी न केवल असंवैधानिक है बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों का भी हनन है। याचिका में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वांगचुक को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। यह मामला इसलिए भी अहम है क्योंकि सोनम वांगचुक लंबे समय से लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और वहां की संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे उठाते रहे हैं।
गौरतलब है कि 26 सितंबर को लद्दाख में राज्य की मांग को लेकर हुए बड़े विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रशासन ने उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत हिरासत में ले लिया था। इस कदम के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर स्थानीय लोगों के बीच गहरी नाराजगी है और कई सामाजिक संगठनों ने भी इसका विरोध किया है।
अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद केंद्र और लद्दाख प्रशासन के रुख पर सबकी नजरें टिकी हैं। कोर्ट से मिलने वाले आदेश पर न केवल वांगचुक की रिहाई बल्कि लद्दाख आंदोलन की दिशा भी निर्भर करेगी।

