दिल्ली। अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क के खिलाफ की गई बड़ी कार्रवाई को लेकर अमेरिका ने भारत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का खुले तौर पर आभार जताया है।
अमेरिकी दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए सीबीआई की कार्रवाई की सराहना की और इसे दोनों देशों की एजेंसियों के बीच मजबूत सहयोग का उदाहरण बताया।
पोस्ट में लिखा गया— “भारत की जांच एजेंसी CBI ने अमेरिकी नागरिकों को टारगेट करने वाले एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क के एक महत्वपूर्ण ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है। भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम मिलकर काम कर रहे हैं। धन्यवाद, CBI।”
यह कार्रवाई वास्तव में उन साइबर गिरोहों के खिलाफ बड़ा कदम है, जिनके निशाने पर खासतौर पर विदेशी नागरिक होते हैं। दूतावास ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका और भारत की जांच एजेंसियां मिलकर ऐसे अवैध नेटवर्कों को खत्म करने के लिए लगातार जानकारी साझा कर रही हैं, ताकि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होने वाली ठगी को कम किया जा सके।
सीबीआई ने पिछले सप्ताह लखनऊ से विकास कुमार निमार नाम के युवक को गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर वीसी इंफ्रोमेट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी का संचालक था। जांच में पता चला कि वह एक वर्ष से फरार था और छिपकर दो अलग-अलग अवैध कॉल सेंटर चलाता था—जिनमें से एक पूरी तरह अमेरिकी नागरिकों को धोखा देने के लिए सक्रिय था। छापेमारी के दौरान कई तकनीकी उपकरण, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और वह सिस्टम भी मिला, जिससे अमेरिकी नागरिकों को लक्षित कर साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया जाता था।
सीबीआई की इस निर्णायक कार्रवाई से न केवल भारत की जांच एजेंसी की दक्षता साबित हुई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की एक मजबूत मिसाल भी पेश हुई है। अमेरिका द्वारा की गई सीधी सराहना इस मामले की गंभीरता और भारत की भूमिका दोनों को रेखांकित करती है।

