बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तोरवा थाना क्षेत्र में युवाओं को लोन और नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी की पहचान कामता मेहता के रूप में हुई है, जिसने “मान्या सेल्स प्राइवेट लिमिटेड” नाम की फर्जी कंपनी खोलकर यह पूरा धोखाधड़ी का खेल रचा था। उसने कंपनी का दफ्तर हेमूनगर बालाजी कॉम्प्लेक्स में स्थापित किया था, जहां से वह बेरोजगार युवाओं को आकर्षक ऑफर देकर ठगने का काम करता था।
इस तरह पीड़ितों को झांसे में लिया आरोपी ने
कामता मेहता ने युवाओं को बताया कि उसकी कंपनी लोन देने और नौकरी दिलवाने का काम करती है। इस झांसे में आकर सत्यनारायण सांडे, चांदनी पाटले, आकाश बंजारे सहित करीब 22 लोग उसकी बातों में आ गए और अलग-अलग किश्तों में लगभग 9 लाख रुपये उसे दे दिए। उसने सभी से यह वादा किया था कि 18 से 24 महीनों तक उन्हें हर महीने भुगतान किया जाएगा और उन्हें स्थायी रोजगार भी मिलेगा।
लेकिन जब न तो पैसे मिले और न ही नौकरी, तब पीड़ितों को ठगे जाने का एहसास हुआ। कामता मेहता कुछ समय तक पैसे वसूलने के बाद अचानक लापता हो गया, जिसके बाद पीड़ितों ने तोरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित जांच शुरू की और आरोपी की तलाश शुरू कर दी। साक्ष्यों और पीड़ितों की जानकारी के आधार पर पुलिस ने आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

