कांकेर। कांकेर जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़े तेवड़ा गांव में धर्मांतरण और शव दफन को लेकर शुरू हुआ विवाद अब उग्र रूप ले चुका है। मामले की आंच नगर पंचायत चारामा तक पहुंच गई, जहां गुरुवार शाम शव को दफनाए जाने के विरोध में सर्व हिंदू समाज के लोग चारामा मुक्तिधाम में डट गए। शाम करीब 7 बजे जैसे ही शव लाए जाने की सूचना मिली, बड़ी संख्या में लोग मुक्तिधाम पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
स्थिति को संभालने के लिए चारामा एसडीएम, कांकेर एसडीओपी, तहसीलदार सहित प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। संगठन के लोगों ने खुलकर विरोध जताते हुए कहा कि इससे पहले भी इसी तरह शव दफन करने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव पैदा हुआ है। देर रात तक विरोध जारी रहा और सर्व हिंदू समाज के लोग मुक्तिधाम में डेरा डाले रहे।
दरअसल, बड़े तेवड़ा गांव में एक आदिवासी युवक, जिसने बाद में ईसाई धर्म अपना लिया था, के शव को गांव में दफनाए जाने के बाद दो समुदायों के बीच विवाद खड़ा हो गया था। गुरुवार को प्रशासन की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकाला गया, लेकिन हालात शांत होने के बजाय और बिगड़ गए। इसके बाद प्रशासन ने शव को चारामा मुक्तिधाम लाकर दफनाने की योजना बनाई।
इस सूचना के बाद चारामा क्षेत्र में भी रोष फैल गया। सर्व हिंदू समाज ने साफ कहा कि वे वहां शव का कफन-दफन नहीं होने देंगे। वहीं, ईसाई समाज का कहना है कि मुक्तिधाम में केवल स्थानीय लोगों के शव ही दफन किए जा सकते हैं। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन दोनों पक्षों को समझाइश देकर स्थिति सामान्य बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।

