महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटरों ने उन पर हमला करने से पहले कम से कम पांच बार शूटिंग की प्रैक्टिस की थी। मुंबई पुलिस ने बताया कि शूटरों ने करजत-खोपोली रोड के पास एक जंगल में निशानेबाजी का अभ्यास भी किया था।
पुलिस के मुताबिक, शूटरों ने बाबा सिद्दीकी को निशाना बनाने से पहले रायगढ़ जिले में एक झरने के पास पेड़ पर गोली चलाने की प्रैक्टिस की थी। आरोपियों ने प्रैक्टिस के दौरान पेड़ पर पांच से दस गोलियां चलाईं। ये प्रैक्टिस शूटर्स ने इस साल सितंबर में की थी। 12 अक्टूबर की रात को बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस गैंग ने ली है। गैंग ने बाबा के मर्डर का कारण बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को बताया था। 20 अक्टूबर को सलमान को भी ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई।
पुलिस ने बाबा सिद्दीकी के सिक्योरिटी गार्ड को सस्पेंड किया
इससे पहले मुंबई पुलिस ने घटना के समय बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद पुलिस सिक्योरिटी गार्ड श्याम सोनावणे को सस्पेंड कर दिया। पुलिस के मुताबिक, सिद्दीकी पर गोली चलाने वाले हमलावरों के खिलाफ सिपाही सोनावणे ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। पुलिस इस एंगल की जांच कर रही है।
एक आरोपी ने बताया- मर्डर के लिए 1 करोड़ रुपए मांगे थे
मुंबई क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी राम कनौजिया ने पूछताछ के दौरान बताया कि सबसे पहले उसे ही NCP नेता की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था और उसने इसके लिए एक करोड़ रुपए मांगे थे।
पुलिस ने कहा कि इससे पहले गिरफ्तार आरोपियों में से एक के फोन में बाबा सिद्दीकी के बेटे ज़ीशान सिद्दीकी की एक तस्वीर मिली थी, जिसे आरोपी को स्नैपचैट के जरिए उनके हैंडलर ने भेजा था। मुंबई पुलिस ने 20 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में 10वें आरोपी को गिरफ्तार किया। नवी मुंबई इलाके से आरोपी भगवंत सिंह को पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि भगवंत सिंह एक आरोपी के साथ हथियार लेकर उदयपुर से मुंबई गया था। वह शुरू से ही शूटर्स और साजिशकर्ताओं के संपर्क में था।
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की 15 टीमें अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही हैं। 19 अक्टूबर को पांच आरोपियों को पकड़ा गया था। पुलिस ने डोंबिवली से नितिन सप्रे, पनवेल से रामफुल चंद कनौजिया, संभाजी किशोर पारधी, प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे और चेतन पारधी को अंबरनाथ से गिरफ्तार किया था। ये सभी लोग मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर और मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर के संपर्क में थे। ये दोनों अभी फरार हैं। कोर्ट ने सभी को 25 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है।