कोयंबटूर। तमिलनाडु के कोयंबटूर के एक स्कूल में 9 छात्राओं के साथ यौन शोषण का खुलासा हुआ है। 9वीं क्लास की एक छात्रा ने जिला बाल संरक्षण विभाग की टीम को बताया कि नटराजन नाम का एक टीचर एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर कई महीनों से उसका यौन शोषण कर रहा था।
इसके बाद टीम ने स्कूल की अन्य छात्राओं से पूछताछ की। इसमें सामने आया कि नटराजन ने एक- दो नहीं बल्कि 7वीं, 8वीं और 9वीं क्लास में पढ़ने वाली 9 छात्राओं का कई मौकों पर यौन उत्पीड़न किया है। नटराजन स्कूल में इंटरमीडिएट का टीचर था। छात्राओं ने यह भी बताया कि उन्होंने हेडमास्टर और क्लास टीचर को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने भी कोई एक्शन नहीं लिया।
इस तरह खुला पूरा मामला
मामला कोयंबटूर के मेट्टुपालयम के अलंगकोम्बु गांव का है। 12 अगस्त को जिला बाल संरक्षण विभाग (DCPU) की एक टीम यहां के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में जांच के लिए आई। इस टीम को स्कूल के बच्चों को यौन हिंसा, बाल विवाह और बाल सहायता केंद्र के बारे में जागरूक करने का जिम्मा सौंपा गया था।
टीम को लीड कर रहे जिला बाल संरक्षण अधिकारी हब्शा बच्चों से अकेले में बात कर रहे थे। इसी दौरान 9वीं क्लास में पढ़ने वाली एक स्टूडेंट ने अपने यौन शोषण की बात बताई। टीम ने अगले 6 घंटे तक स्कूल की कई अन्य छात्राओं से बात की। इसमें 9 अन्य छात्राओं के शोषण का खुलासा हुआ। छात्राओं ने हब्शा को बताया कि उन्होंने लगभग सभी टीचर्स को अलग-अलग मौकों पर इसकी जानकारी दी, लेकिन किसी ने भी कोई एक्शन नहीं लिया। कुछ ने तो चुप रहने और मामले को किसी को न बताने की भी हिदायत दी। आरोपी टीचर्स की गिरफ्तारी के बाद स्कूल को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। आज (24 अगस्त) राज्य सरकार की और से गठित एक जांच टीम जांच के लिए स्कूल आने वाली है।
पुलिस ने नटराजन समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया
जिला बाल संरक्षण अधिकारी हब्शा ने छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने वाले टीवर नटराजन समेत 11 लोगों के खिलाफ सिरुमुगई पुलिस स्टेशन में POCSO के तहत मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए जांच शुरू की और 22 अगस्त को आरोपी नटराजन को अरेस्ट किया। नटराजन को कोयंबटूर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 26 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। नटराजन की गिरफ्तारी के बाद जिला अधिकारी के निर्देश पर स्कूल की प्रिंसिपल जमुना और टीचर शनमुगावादिवु, गीता, श्यामला समेत 5 टीचर्स को भी अरेस्ट किया गया है।
इन सभी पर मामले की जानकारी होने के बावजूद इसे नहीं रोकने, आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और पुलिस को इसकी सूचना नहीं देने का आरोप है। हालांकि, प्रिंसिपल जमुना ने पुलिस को बयान दिया है कि उन्होंने 6 अगस्त को इस मामले की सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी थी। डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर बालमुरली ने बताया कि नटराजन को छात्राओं के यौन उत्पीड़न की शिकायत के चलते एक हफ्ते पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था और अब उसकी गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि चार अन्य शिक्षकों को भी मामला दबाने का दोषी पाया गया है। उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है। जांच के बाद इन सभी को बर्खास्त करने की कार्रवाई होगी।