छत्तीसगढ़ के कोरिया वन विभाग की टीम ने बुधवार को कसडोल के आबादी क्षेत्र से रेस्क्यू किए गए बाघ को गुरु घासीदास तैमोर पिंगला टाइगर रिजर्व में सुरक्षित छोड़ दिया। यह बाघ मंगलवार को कसडोल के इलाके में देखा गया था, जहां उसे ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा गया। वन विभाग के अनुसार, इस बाघ की उम्र लगभग 7 साल है।
मंगलवार को बाघ के कसडोल के रिहायशी इलाके में विचरण करने की सूचना मिली थी। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर वन विभाग ने इसे रेस्क्यू किया। बाघ को बुधवार दोपहर कोरिया जिले के टाइगर रिजर्व क्षेत्र में छोड़ दिया गया। रिजर्व में पहुंचने के बाद, जैसे ही बाघ को पिंजरे से आजाद किया गया, उसने एक लंबी छलांग लगाई और जंगल की ओर बढ़ गया। वन विभाग ने बताया कि बाघ अब सुरक्षित स्थान पर है। उसके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। इस घटना से कसडोल के स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है।