संसद में ‘संविधान पर चर्चा’ का आज आखिरी दिन, PM देंगे जवाब

बजट सत्र के दूसरे फेज का पांचवां दिन, 8 मंत्रालयों की सालाना रिपोर्ट पेश होगी

दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का शनिवार को 15वां दिन है। लोकसभा में संविधान पर चर्चा हो रही है, जिसका आज दूसरा और आखिरी दिन है। देश में संविधान के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में शुक्रवार से दो दिन की चर्चा शुरू हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इस पर अपनी राय रखेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संविधान पर बहस की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को लोकसभा में ‘संविधान पर चर्चा’ में अपनी राय रखेंगे। एक दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा सरकार पर तीखा प्रहार किया और कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद प्रधानमंत्री यह समझ नहीं पाए हैं कि संविधान ‘संघ का विधान’ नहीं है। प्रियंका गांधी ने लोकसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए सरकार पर भय फैलाने का आरोप लगाया और दावा किया कि यदि लोकसभा चुनाव के नतीजे इस तरह के नहीं होते तो यह सरकार संविधान बदलने का काम करती। वायनाड से लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद सदन में उनका यह पहला भाषण था।

उन्होंने कहा, ‘‘संविधान में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा है। यह वादा एक सुरक्षा कवच है, जिसे तोड़ने का काम शुरू हो चुका है।’’ प्रियंका ने दावा किया, ‘‘यह सरकार ‘लेटरल एंट्री’ और निजीकरण के जरिये आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। अगर लोकसभा चुनाव में ये नतीजे नहीं आए होते तो यह संविधान बदलने का काम करती।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आज सत्तापक्ष बार-बार संविधान इसलिए कह रहा है, क्योंकि इस चुनाव में हारते-हारते जीतने के बाद उन्हें पता चल गया कि देश की जनता ही संविधान को सुरक्षित रखेगी और संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी।’’ प्रियंका गांधी का कहना था कि आज जातिगत जनगणना का जिक्र सत्तापक्ष कर रहा है, क्योंकि इस तरह के नतीजे आए। कांग्रेस सांसद का इशारा इस ओर था कि कुछ महीने पहले संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से दूर रह गई और कांग्रेस की सीट की संख्या 100 के करीब पहुंच गई।

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *