वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा के लिए सुझाए अपने 20-बिंदु के शांति प्रस्ताव को मानने के लिए हमास को 48 घंटे का अंतिम अल्टीमेटम दे दिया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अगर हमास रविवार शाम वाशिंगटन‑डीसी समय के अनुसार छह बजे तक समझौते पर सहमत नहीं हुआ तो उसे “ऐसी तबाही” का सामना करना पड़ेगा जो पहले कभी नहीं देखी गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “जहाँ भी तुम छुपे हो, हमें सब पता है। आपको शिकार करके मारा जाएगा।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि 7 अक्तूबर के हमलों के बाद इजरायल ने हजारों हमास लड़ाकों को निशाना बनाया और बचे हुए को घेरा गया है; अब सिर्फ उनके ‘गो’ कहने का इंतज़ार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रस्ताव में बंदियों की अदला‑बदली, अस्थायी अंतरराष्ट्रीय प्रशासन और हमास का हथियार छोड़ना जैसे प्रावधान शामिल हैं। ट्रंप ने इजरायल से भी कहा कि बमबारी रोक दी जाए ताकि बंधकों की सुरक्षित रिहाई हो सके।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया मिश्रित रही
कुछ देशों और मध्य-पूर्वी मध्यस्थों ने प्रस्ताव का स्वागत किया जबकि अन्य ने इसे चिंताजनक और एकतरफा बताया। मिस्र और कतार सहित कुछ देशों ने हमास पर दबाव बनाने की अपील की ताकि युद्ध जैसी हृदय विदारक स्थिति रुके और रिहाई‑वापसी की प्रक्रिया शुरू हो सके। वहीं, हमास ने घोषित रूप से पूरे प्रस्ताव को खारिज नहीं किया; उसने कुछ बिंदुओं पर सहमति जताई पर आगे की बातचीत की मांग भी की।
स्थिति नाज़ुक बनी हुई है
डिप्लोमैसी और सैन्य विकल्प दोनों हाशिए पर हैं। ट्रंप का अल्टीमेटम और उसकी सख्त भाषा ने संघर्ष को और तीव्र किया है, जबकि वैश्विक समुदाय मानवीय परिस्थितियों और दीर्घकालिक समाधान की मांग कर रहा है।