यूक्रेन को जमीन छोड़नी होगी; जंग का समाधान चाहिए तो यही करना होगा: अमेरिका

 जेद्दाह। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि अगर यूक्रेन जंग का समाधान चाहता है तो उसे अपनी जमीन छोड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। सोमवार को दिए बयान में रुबियो ने कहा कि यूक्रेन को 2014 से रूस के कब्जे वाले इलाकों को रियायत देने यानी छोड़ने की आवश्यकता है।

रुबियो ने कहा, “रूस पूरी तरह से यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर सकता और यूक्रेन के लिए यह बहुत मुश्किल होगा कि वह रूस को 2014 से पहले की स्थिति में वापस धकेल सके। दोनों देशों को कड़े फैसले लेने होंगे।” रुबियो सऊदी अरब पहुंचे हैं, जहां वे यूक्रेन के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी सऊदी अरब पहुंचे हैं, लेकिन वे रुबियो के साथ बैठक में शामिल नहीं होंगे। उनकी टीम बैठक में रहेगी।

यूक्रेन को सैन्य मदद पर रोक

अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य मदद पर रोक लगा दी है। यह फैसला ट्रंप और जेलेंस्की के बीच 27 फरवरी को हुई बहस के बाद लिया गया। इस फैसले से एक अरब डॉलर (8.7 हजार करोड़ रुपए) की मदद प्रभावित हो सकती है।

यूक्रेन की सैन्य क्षमता पर असर

यूक्रेन को मिलने वाली अमेरिकी मदद रुकने से उसकी सैन्य क्षमता पर बड़ा असर पड़ेगा। अमेरिका ने अब यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने पर भी रोक लगा दी है। इस निर्णय से यूक्रेन की रक्षा क्षमता कमजोर हो सकती है, और उसे रूस से मुकाबला करना कठिन हो सकता है।

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