दिल्ली। मणिपुर के चूड़चंदपुर जिले में सोमवार शाम एक दर्दनाक घटना हुई, जहां हेंगलेप उप-मंडल के टी खोनोम्फाई गांव के ग्राम प्रधान एम. हाओकिप की अज्ञात हमलावरों ने बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, ग्राम प्रधान के शरीर पर गंभीर चोटों और धारदार हथियारों से किए गए हमलों के निशान मिले हैं। बताया गया कि हमलावरों ने उन्हें लाठियों और तेज हथियारों से बुरी तरह मारा। ग्रामीणों ने हाओकिप को इलाज के लिए चूड़चंदपुर जिला अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
पुलिस ने बताया कि हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन शक जताया जा रहा है कि इस वारदात के पीछे यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) के उग्रवादियों का हाथ हो सकता है। पुलिस ने हेंगलेप थाने में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इलाके में तनाव का माहौल है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
एम. हाओकिप हेंगलेप क्षेत्र के प्रभावशाली ग्राम प्रधान माने जाते थे। मणिपुर में आज भी कई इलाकों में पारंपरिक ग्राम प्रशासन प्रणाली प्रचलित है, जहां मुखियापन वंशानुगत रूप से आगे बढ़ता है। हालांकि, 1967 में राज्य सरकार ने इस व्यवस्था को समाप्त करने के लिए कानून पारित किया था, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया। इसके विपरीत, पड़ोसी राज्य मिजोरम ने 1954 में ही वंशानुगत मुखिया प्रणाली को खत्म कर दिया था। हाओकिप की हत्या से पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है, जबकि पुलिस संभावित उग्रवादी कनेक्शन की गहन जांच में जुटी हुई है।


 
                     
                    