दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति को लेकर भारतीय यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने असंतोष जताया है। कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने इस बिल को असंवैधानिक और अन्यायपूर्ण बताया।
वहीं, समस्त केरल जेम-इयथुल उलमा ने प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति को “काला धब्बा” करार दिया और सवाल उठाया कि जब बीजेपी इस बिल को बढ़ावा दे रही थी, प्रियंका गांधी कहाँ थीं? कांग्रेस के वायनाड सांसद राहुल गांधी भी इस बिल पर चुप रहे, जिस पर IUML ने नाराजगी व्यक्त की। सुप्रभातम् नामक मुखपत्र ने लिखा, “विपक्ष का यह कर्तव्य था कि वह इस बिल पर बोलते, लेकिन राहुल गांधी की चुप्पी और प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति ने विपक्ष की भूमिका को कमजोर किया।”
बिल असंवैधानिक है: सांसद हुसैन
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने इस बिल को असंवैधानिक बताया। उनका कहना था, “यह लक्षित विधेयक है, जो संविधान के खिलाफ है और इसके कारण वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में गलत प्रभाव पड़ सकता है।” हालांकि, सरकार ने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए बिल को पारित करवा लिया।
वक्फ संशोधन बिल 2025 का उद्देश्य
वक्फ संशोधन बिल 2025 का उद्देश्य 1995 के वक्फ अधिनियम में सुधार करना है। इसके माध्यम से वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार की कोशिश की जाएगी। इस बिल में वक्फ बोर्ड की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की योजना है।