राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर ने कहा है कि उनकी नई राजनीतिक पार्टी बिहार में सत्ता में आने पर “एक घंटे के भीतर” शराबबंदी खत्म कर देगी। 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी जन सुराज शुरू करने से पहले मीडिया से बात करते हुए पूर्व चुनाव रणनीतिकार ने कहा कि उनकी नई पार्टी ‘अपनी सरकार बनने के एक घंटे के भीतर शराबबंदी खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा, ‘आबकारी की नीति नीतीश कुमार की ओर से एक ढकोसला है।’ किशोर ने मौजूदा शराबबंदी को अप्रभावी बताते हुए इसकी आलोचना की और दावा किया कि इसकी वजह से शराब की अवैध होम डिलीवरी हो रही है और राज्य को संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व में 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
नेता ने राजनेताओं और नौकरशाहों पर अवैध शराब के कारोबार से लाभ उठाने का भी आरोप लगाया। किशोर ने आगे कहा कि वह ‘योग्यता की राजनीति’ में विश्वास करते हैं और शराबबंदी के खिलाफ बोलने से नहीं कतराएँगे, ‘अन्य पार्टियों की तरह जिन्हें डर है कि ऐसा करने से उन्हें महिलाओं के वोटों का नुकसान हो सकता है।
बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश और लालू प्रसाद जिम्मेदार
किशोर ने कहा कि वह बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार और उनके पूर्ववर्ती लालू प्रसाद को जिम्मेदार मानते हैं, हालांकि कांग्रेस और भाजपा भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। मीडिया से बात करते हुए किशोर ने पुष्टि की कि उनकी राजनीतिक पार्टी जन सुराज, जो 2 अक्टूबर को लॉन्च होने वाली है, अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। किशोर ने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट कर दूं कि जन सुराज सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, एक भी सीट कम नहीं।’