छत्तीसगढ़ के बालोद सहित आस पास के जिलो के 95 गांवों की सैकड़ों महिलाओं के नाम पर बैंक व माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से करीब 70 करोड़ रुपये से अधिक का लोन निकलवाकर मुनाफा देने के नाम पर हजम करके फरार होने वाले सप्तऋषि संस्थान के संचालक सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। मास्टर माइंड का नाम पुलिस द्वारा खोलबहरा कैवर्त्य, सरिता और चंद्रहास करियाम बताया जा रहा है। आरोपियों पर आगे की कार्रवाई पुलिस कर रही है।
86 से अधिक महिलाओं ने आरोपियों के खिलाफ दी शिकायत
गुरुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ नारागांव और किनारगोंदी के 86 से अधिक महिलाओं ने शिकायत की थी। शिकायत पर पुलिस ने महिलाओं का बयान लिया और आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की थी। आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर रविवार को थाना पहुचंकर दर्जनों पीड़िताओं ने अपना बयान दर्ज कराया है।
पीड़ितों का पैसा शेयर मार्केट में किया निवेश
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है, कि खोलबहरा महिला समूह के नाम पर लोन निकालने के बाद मोटी रकम को शेयर मार्केट और बिटक्वाइन में निवेश किया था। शेयर मार्केट में पैसा डूब गया, लेकिन बिटक्वाइन में 12 लाख रुपए का लाभ कमाया है। शेयर बाजार में नुकसान होने के चलते संबंधित बैंकों का किश्त नहीं चुका पाया और फरार हो गया था।
कर्ज पटाने के लिए पहुंचा नोटिस तब ठगी का हुआ एहसास
खरथुली, नारागांव और किनारगोंदी की महिलाओं के अनुसार वे विभिन्न बैंक एवं माइक्रो फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी, आइडीएफसी, एक्सिस, ग्रामशक्ति, अन्नपूर्णा, सूर्योदय, अविरल सहित अन्य माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन लेकर खोलबहरा कैवर्त्य और सरिता करियाम को दिए हैं। खोलबहरा ने लोन की सभी किश्तों को जमा करने की बात कही थी। बीते माह से किश्त की राशि जमा नहीं हो रही है। जिससे उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ और उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी।