केरल के मलप्पुरम जिले में निपाह से हुई मौत के मामले में 175 लोगों को संपर्क सूची में शामिल किया गया है। इनमें से 126 प्राथमिक संपर्क सूची में और 49 द्वितीयक संपर्क सूची में हैं। इनमें से 74 स्वास्थ्यकर्मी हैं। मंत्री वीना जॉर्ज के नेतृत्व में उच्च स्तरीय बैठकें हुईं। नियंत्रण प्रकोष्ठ आज से काम करना शुरू करेंगे।
प्राथमिक संपर्कों में से 104 उच्च जोखिम वाली श्रेणी में हैं। संपर्क सूची में शामिल दस लोगों का फिलहाल मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंत्री ने कहा कि 13 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं और नतीजों का इंतजार है। निपाह की स्थिति का आकलन करने के लिए आज सुबह और शाम समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं। अलर्ट के बाद मलप्पुरम सरकारी गेस्ट हाउस परिसर में एक नियंत्रण प्रकोष्ठ ने काम करना शुरू कर दिया है।
नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 0483 2732010 या 0483 2732060 है। मृतक 24 वर्षीय व्यक्ति का यात्रा विवरण और रूट मैप प्रकाशित किया गया है। जिन लोगों को संदेह है कि वे रोगी के संपर्क में आए होंगे, उन्हें रूट मैप की जांच करने के बाद नियंत्रण कक्ष को सूचित करने की सलाह दी जाती है।
49 बुखार के मामले सामने आए
रोग की रोकथाम के प्रयासों के तहत, क्षेत्र स्तर पर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। मृतक के निवास के 3 किलोमीटर के दायरे में एक फील्ड सर्वे शुरू हो गया है, जिसमें 66 टीमें शामिल हैं। इसके तहत, आज कुल 1,928 घरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें ममपड़ में 590, वंदूर में 447 और तिरुवल्ली में 891 शामिल हैं।
सर्वेक्षण में 49 बुखार के मामले सामने आए। ममपड़ में 10, वंदूर में 10 और तिरुवल्ली में 29। ममपड़ में केवल एक बुखार का मामला संपर्क सूची से संबंधित पाया गया। ट्यूशन सेंटर और आंगनवाड़ी समेत शैक्षणिक संस्थानों को कंटेनमेंट जोन में काम न करने का निर्देश दिया गया है। बैठक के दौरान पुलिस को निर्देश दिया गया कि वे सुनिश्चित करें कि कंटेनमेंट जोन के प्रतिबंधों का सख्ती से पालन हो। बैठक में मलप्पुरम के जिला कलेक्टर वी.आर. विनोद, स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. के.जे. रीना, स्वास्थ्य के अतिरिक्त निदेशक, जिला चिकित्सा अधिकारी और जिला कार्यक्रम प्रबंधक शामिल हुए।