डिप्टी सीएम शर्मा का बड़ा ऐलान, बनेंगे शहीद जवानों के स्मारक, परिजनों को मिलेगी नौकरी

Government is taking strict action against Bangladeshis and illegal immigrants, now STF will investigate

रायपुर। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सूबे के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा बस्तर दौरे पर थे। बस्तर से वापसी के बाद उन्होंने आज अपने निवास में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में शहीद हुए जवानों को लेकर बड़ी घोषणा की और अन्य बड़े मुददों पर चर्चा की।
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि “बस्तर और प्रदेश के अन्य स्थानों में शहीद हुए जवानों के स्मारक बनाए जाएंगे। एक साल में 1200 से अधिक जवानों के पाँच फीट के स्मारक बनाए जाएंगे, जिसमें शाहिदों के सभी डीटेल्स लिखे होंगे।

उन्होंने बताया कि शहीद जवानों के परिवारों से सरकारी नौकरी और स्कूलों में बच्चों के प्रवेश में आरक्षण की बात हुई है। इस विषय पर राज्य सरकार से चर्चा की जाएगी, इसके अलावा हर महीने के दूसरे बुधवार को IG ऑफिस में जाकर शहीदों के परिजन अपनी बात रख सकते हैं। इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के दौरे से जुड़े एक सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि “केंद्रीय गृह मंत्री के आगमन पर उनसे सभी विषयों पर चर्चा होगी, लॉ एंड ऑर्डर का भी विषय है।” उन्होंने बताया कि बस्तर में आकाशवाणी केंद्र में 15 घंटों के कार्यक्रम में 55 प्रतिशत अब हलबी गोंडी समेत अन्य भाषाओं में कार्यक्रमों का प्रसारण होगा। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांग की थी, जिस पर मुहर लग चुकी है।

विकास चाहते है लोग, शीघ्र शांत होगा “बस्तर”

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने बीजापुर दौरे की जानकारी साझा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस में 15 अगस्त को बस्तर के दौरे पर था। बस्तर में अलग ही उत्साह देखने को मिला। आत्मसमर्पित नक्सली बहनों ने मुझे राखी बांधी। IED से जख्मी घायलों व शहीदों के परिजनों से मुलाकात हुई। दूसरे दिन पूर्ववर्ती गांव का भी दौरा किया, आम लोगों से मुलाकात की।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आगे कहा कि गांव के लोगों में विकास की ललक दिखी, सड़क और बिजली की मांग रखी गई। पालनार का भी दौरा किया, समस्या निवारण शिविर लगा है। डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया कि पालनार में 7 दिनों से कैंप लगा है और विभिन्न कार्यक्रम भी हो रहे हैं। डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया कि धुर नक्सल क्षेत्रों में बस सेवाएं फिर से शुरू होंगी। पालनार और पूवर्ति जैसे गांव में नक्सलवाद का कोई नामोनिशान नहीं है, सभी विकास के मार्ग पर सरपट दौड़ना चाहते हैं, शीघ्र ही बस्तर शांत होगा।

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