देश में एमपॉक्स का खतरा बढ़ते जा रहा है। एक के बाद एक मरीज मिल रहे हैं। हरियाणा से शुरू हुआ एमपॉक्स अब केरल में पैर पसार रहा है। केरल में एमपॉक्स का एक और मामला सामने आ चुका है। देश में अबतक कुल तीन एमपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं।
केरल के एर्नाकुलम में शुक्रवार को एमपॉक्स का दूसरा मामला सामने आया है। केरल स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, व्यक्ति की हालत स्थिर है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस केस में एमपॉक्स वायरस के स्ट्रेन का अभी तक पता नहीं चला है। टेस्ट के लिए सैंपल पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।
हरियाणा से शुरुआत
इससे पहले 18 सितंबर को केरल के मलप्पुरम में एमपॉक्स वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई थी, जब हाल ही में यूएई से लौटे एक व्यक्ति में यह वायरस पाया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस साल भारत में रिपोर्ट किया गया पहला एमपॉक्स मामला हरियाणा के हिसार का 26 वर्षीय व्यक्ति था, जिसमें पुराना स्ट्रेन पाया गया था।
क्या है एमपॉक्स
एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की प्रजातियों के कारण होती है। वायरस के दो अलग-अलग क्लेड हैं: क्लेड 1 (सबक्लेड्स 1a और 1b सहित) और क्लेड 2 (सबक्लेड्स IIa और IIb सहित)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अगस्त के मध्य में एमपॉक्स को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक मेडिकल इमरजेंसी घोषित किया था।