भोपाल। दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद राजधानी भोपाल में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बेसमेंट में चलने वाली शैक्षणिक गतिविधियों के चलते छह कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट सील कर दिए है।
मंगलवार को एमपी नगर एसडीएम आशुतोष शर्मा ने एमपी नगर क्षेत्र में स्थित नौ कोचिंग संस्थानों की जांच की, जहां छह कोचिंग की क्लासेस बेसमेंट में लगाई जा रही थीं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में हुए हादसे के बाद मप्र में बाढ़ प्रबंधन के इंतजामों की समीक्षा करते हुए इस मुद्दे पर संज्ञान लेकर कार्रवाई के लिए कहा। इसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने अभियान चलाकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
दरअसल सोमवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र की कोचिंग संस्थानों की जांच करने और बेसमेंट में चल रही कोचिंग को बंद करने की हिदायत दी थी। जिसके बाद मंगलवार को एमपी नगर एसडीएम कोचिंग संस्थानों की जांच करने पहुंचे। यहां नौ कोचिंग की जांच की गई। एसडीएम के साथ नगर निगम, बीडीए और बिजली विभाग के अमले ने सेंटर्स की जांच की। जांच दल ने अन एकेडमी, दुरार्नी क्लासेस, नीट मेंटर कोचिंग सेंटर, स्टेपअप एकेडमी, कौटिल्य एकेडमी, ओरस, द लैंप क्लासेस, मिथेस राठी, फिजिक्स वाला और रैनीजेंस क्लासेस की जांच की। बताया जा रहा है कि जिन छह कोचिंग संस्थानों को सील किया गया है, वहां बेसमेंट में टेबल और ब्लैकबोर्ड भी थे।
ओरस के बेसमेंट में भरा था पानी
ओरस कोचिंग क्लासेस में जब अमला पहुंचा तो यहां पर बेसमेंट खाली मिला, लेकिन वहां पानी भरा हुआ था। इस पर एसडीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बेसमेंट में पानी भर रहा है। इसकी निकासी कहां से है। उन्होंने कहा कि बेसमेंट पार्किंग के लिए होता है, न कि किसी अन्य एक्टिविटी के लिए। इसके बाद उन्होंने अमले को निर्देश देकर बेसमेंट के साथ ही ओरस का आफिस भी सील करा दिया।
कार्रवाई के दौरान सभी विभाग के अधिकारी थे शामिल
कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार अनामिका सर्राफ मय राजस्व दल, पुलिस विभाग, नगर निगम के जोनल अधिकारी, नगर निगम का फायर अमला ,वार्ड प्रभारी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी सतपुड़ा भवन के सेफ्टी इंचार्ज, बीडीए के इंजीनियर संयुक्त दल रहा उपस्थित रहा।