छात्रावास अधीक्षक की भर्ती परीक्षा 15 सितंबर को होगी। 300 पदों के लिए 6.30 लाख आवेदन मिले हैं। परीक्षार्थियों की संख्या इतनी अधिक है कि व्यापमं को परीक्षा के लिए प्रदेश में दो हजार से अधिक सेंटर बनाने पड़ गए। करीब 65 हजार उम्मीदवारों ने एग्जाम सिटी के लिए रायपुर जिले का चयन किया था। इसलिए यहां 165 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह बिलासपुर, दुर्ग समेत कई अन्य जिले हैं जहां परीक्षार्थियों की संख्या अधिक है। यहां केंद्र भी ज्यादा बने हैं।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के तहत छात्रावास अधीक्षक की भर्ती होगी। इसके लिए पिछले साल अक्टूबर में विज्ञापन जारी हुआ था। लेकिन आवेदन मार्च 2024 में मंगाए गए। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता बारहवीं पास थी। इसे लेकर जानकारों को अनुमान था कि तीन लाख से अधिक आवेदन आ सकते हैं। लेकिन अनुमान से दोगुना ज्यादा फार्म मिले। इस परीक्षा के लिए 32 जिला मुख्यालयों में दो हजार से अधिक केंद्र बनाए गए हैं।
परीक्षा 100 अंकों की होगी प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 नंबर
छात्रावास अधीक्षक भर्ती परीक्षा 100 अंकों के लिए होगी। इसके अनुसार भाग-अ में कंप्यूटर संबंधी सामान्य ज्ञान पर आधारित 30 अंकों के 30 सवाल पूछे जाएंगे। इसमें अभ्यर्थियों को 50 प्रतिशत नंबर यानी 15 नंबर प्राप्त करना जरूरी होगा। इसी तरह भाग-ब में हिंदी व्याकरण, अंग्रेजी, गणित, सामान्य ज्ञान, समसामयिक घटनाक्रम खेलकूद, देश-विदेश, छत्तीसगढ़ की सामान्य जानकारी व बाल मनोविज्ञान से सवाल आएंगे। इस तरह से कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। भाग-अ में 50 प्रतिशत अंक पाने पर ही भाग-ब का मूल्यांकन होगा और फिर दोनों के प्राप्त अंक के आधार पर मेरिट बनेगी।
एडमिट कार्ड में फोटो प्रिंट नहीं तो साथ ले जाएं दो फोटो
छात्रावास अधीक्षक श्रेणी द के पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी हो चुके हैं। यह ऑनलाइन जारी किए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जिन परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड में फोटो प्रिंट नहीं हुआ है, तो वे परेशान न हो। अपने साथ दो रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो लेकर परीक्षा देने जाए। इसी तरह परीक्षा के दिन प्रवेश पत्र के साथ परीक्षार्थी मूल पहचान पत्र जैसे, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य लेकर जाए। इसके बगैर परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिलेगी। पिछले कुछ परीक्षाओं में यह देखा गया है कि मूल पहचान पत्र के अभाव को परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित रह गए।