तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच जंग रोकने के लिए सीजफायर डील लगभग तैयार है। कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत हुई। डील के लिए मंगलवार (14 जनवरी) को आखिरी बातचीत हुई।
कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल अल थानी इस बातचीत की मेजबानी की। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेट चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे। हमास ने इस डील को स्वीकार किया है या नहीं, अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है। वहां मंजूरी मिलने के बाद इसे इजराइली कैबिनेट में पेश किया जाएगा। वहां इसे मंजूरी मिलते ही सीजफायर डील को तुरंत लागू किया जाएगा। सीजफायर डील के लागू होने से गाजा में जंग का अंत हो सकता है और स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा सकता है।
सीजफायर का पहला चरण
- डील के पहले फेज में 33 इजराइली बंधकों को रिहा किया जाएगा, जिनमें 5 महिला सैनिक शामिल होंगी।
- इसके बदले इजराइल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
- सीजफायर का यह चरण 42 दिनों का होगा।
- 15 दिन बाद बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा।
- इस दौरान स्थायी सीजफायर लागू करने पर भी बातचीत होगी।