रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को चरणबद्ध तरीके से लागू कर रहा है। इसके तहत बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं। स्कूलों में अब व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई छठवीं कक्षा से शुरू होगी। इससे स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
अभी तक नौवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई शुरू होती है। छठवीं कक्षा से व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई अगले सत्र यानी 2025-26 से शुरू हो जाएगी। एनईपी के तहत सभी कक्षाओं का पाठ्यक्रम पूरी तरह से बदल जाएगा। इन कक्षाओं में नई किताबें पढ़ाई जाएंगी। राज्य स्तरीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) पाठ्यक्रम बनाने में जुट गया है।
जानकारी के अनुसार, शुरुआत में चार कक्षाओं का पाठ्यक्रम बनाया जा रहा है। इसमें पहली, दूसरी, तीसरी और छठवीं कक्षा शामिल है। अगले सत्र से इन कक्षाओं में पूर्ण रूप से एनईपी के तहत पढ़ाई शुरू हो जाएगी। अन्य कक्षाओं के लिए भी पाठ्यक्रम बनाने के लिए कमेटी बनाई जा चुकी है।
स्वरोजगार से जुड़ने में मिलेगी मदद
छठवीं कक्षा से ही व्यावसायिक शिक्षा देने से छात्रों में स्वरोजगार से जुड़ने की भावना जागृत होगी। विशेषज्ञों ने कहा कि अभी बहुत सारे कार्य ऐसे हैं, जिन्हें युवा शहर में जाकर तो करते हैं, लेकिन अपने गांव, घर में नहीं करते। स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा की पढ़ाई करने से युवाओं के मन में शुरू से ही खुद का काम, व्यवसाय शुरू करने की इच्छा जागृत होगी। तो वह नौकरी के पीछे नहीं भागेगा। खुद का रोजगार शुरू कर दूसरों को भी रोजगार देगा।
आठ ट्रेड की होती है पढ़ाई
स्कूलों में अभी आइटी, हेल्थ केयर, आटोमोबाइल्स, रिटेल मैनेजमेंट, बैंकिंग, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ब्यूटी एंड वेलनेस समेत अन्य आठ ट्रेड की पढ़ाई हो रही है। व्यावसायिक शिक्षा में कई अन्य ट्रेड की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। इसकी पढ़ाई करने के बाद युवा आत्मनिर्भर बन सकेंगे।