दिल्ली। राज्यसभा के सभापति और विपक्षी सदस्यों के बीच अनबन 10 अगस्त को टकराव में बदल गई। नौबत इस हद तक पहुंच गई कि विपक्षी दलों ने सभापति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने के लिए प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। प्रस्ताव औपचारिक रूप से आता है तो संसदीय इतिहास में पहली बार होगा कि उपराष्ट्रपति को हटाने की पहल विपक्ष कर रहा होगा।
सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा में सपा सांसद जया अमिताभ बच्चन और जगदीप धनखड़ के बीच हुई बहस के बाद माहौल बिगड़ गया। राज्यसभा के 87 सदस्यों ने आनन-फानन में उपराष्ट्रपति को हटाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए। कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य के मुताबिक, ‘प्रस्ताव पर कांग्रेस के 4-5 सदस्यों के हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। I.N.D.I.A ब्लॉक के राज्यसभा में 87 सदस्य हैं। संभव है कि बाहर के सदस्यों ने भी हस्ताक्षर किए हैं।’
विपक्ष ने जेपी नड्डा से 2 दिन पहले ही बताया था
बताया जाता है कि दो दिन पहले सदन के नेता जेपी नड्डा को भी अनौपचारिक रूप से बता दिया गया था कि विपक्ष धनखड़ को हटाने के लिए प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहा है। दरअसल, धनखड़ और विपक्ष के बीच लंबे समय से तकरार चल रही है। गुरुवार को ऐसी ही तनातनी के बीच धनखड़ आसंदी से उठ गए थे।
I.N.D.I.A ब्लॉक के मुताबिक, नोटिस के जरिए वह सभापति के ‘पक्षपातपूर्ण’ रवैये को उजागर करेगा। अभी यह तय नहीं है कि प्रस्ताव कब पेश होगा। सूत्रों के अनुसार, अभी हस्ताक्षर का सिलसिला बढ़ाया जाएगा। वैसे इसे विधिवत जमा कराने के लिए दो हस्ताक्षर ही काफी थे, लेकिन विपक्ष पूरी ताकत दिखाना चाहता है। इस बीच, शुक्रवार को संसद के दोनों सदन समय पूर्व स्थगित कर दिए गए।
उपराष्ट्रपति को हटाने की प्रक्रिया क्या है
उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। उन्हें हटाने के लिए राज्यसभा में बहुमत से प्रस्ताव पारित कराना होगा। प्रस्ताव लाने से 14 दिन पहले नोटिस भी देना होगा।