संभल हिंसा: न्यायिक आयोग गठित, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करेंगे,आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

संभल हिंसा का आज 6वां दिन है। शुक्रवार यानी जुमा को देखते हुए पूरे शहर में फोर्स बढ़ा दी गई। संवेदनशील इलाकों की बैरिकेडिंग की गई है। कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा- सभी अपनी-अपनी मस्जिदों में नमाज अदा करेंगे। बाहरी ताकतें यहां न घुस पाएं, हम इस पर नजर रख रहे हैं। संभल हिंसा की जांच के लिए राज्य सरकार ने गुरुवार को तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में गठित आयोग दो माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा।

मस्जिद कमेटी ने सर्वे का आदेश निरस्त करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका पर आज CJI की बेंच सुनवाई करेगी। वहीं, आज ही चंदौसी कोर्ट में भी जामा मस्जिद पक्ष की अपील पर सुनवाई होगी। साथ ही सर्वे की रिपोर्ट भी सबमिट की जाएगी। इधर, आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने ऐलान किया है कि वो जुमे की नमाज के बाद संभल जाएंगे। तौकीर रजा ने संभल हिंसा में मारे गए पत्थरबाजों को शहीद का दर्जा दिया। कहा- इन लोगों की पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर हत्या की।

इसके लिए अदालत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS जिम्मेदार हैं। संभल हिंसा मामले में SDM रमेश बाबू और सीओ अनुज चौधरी ने 1600 अज्ञात लोगों के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई है। अनुज चौधरी ने कहा कि भीड़ घातक हथियारों से लैस होकर आ गई। पुलिस फोर्स पर पत्थर चलाने लगी। मुझे जान से मारने की नीयत से फायर किए। इस मामले में अब तक 9 एफआईआर हो चुकी है।

इन प्वाइंट्स पर होगी जांच

जांच आयोग का गठन कर सरकार ने 4 पॉइंट पर जांच के निर्देश दिए हैं। हिंसा अचानक हुई या सुनियोजित थी। जिला प्रशासन और पुलिस की तरफ से हिंसा के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंध। इसके अलावा, उन कारणों की पड़ताल जिसकी वजह से हिंसा हुई। आयोग सरकार को भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो, इसके लिए सुझाव भी देगा।

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