छत्तीसगढ़ के बिलासपुर वन मंडल के सोंठी सर्किल में विगत 6 महीनों में सागौन के 50 से 60 साल पुराने 40 पेड़ों का काटकर तस्कर ले गए। 11 लाख रुपए की अनुमानित लागत वाले पेड़ों की कटाई का पता जंगल विभाग के सर्किल प्रभारी और मैदानी अमले को नहीं चला। विभागीय अफसरों ने जांच में प्रथम दृष्टया मामले में वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही और मिलीभगत का संकेत मिलने के बाद सर्किल प्रभारी डिप्टी रेंजर और दो फारेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया गया है।
पिछले सप्ताह सोंठी सर्किल के बिटकुला में वन विभाग ने लगभग 2 लाख रुपए की सागौन की लकड़ी जंगल से बरामद कर उसे जब्त किया। तस्करों ने उसे काटकर रखा था। इस मामले में अफसरों को संदेह हुआ। इससे पहले भी सीपत क्षेत्र के जंगल से लकड़ी कटाई की शिकायतें लगातार मिल रही थीं।
जैसे ही लकड़ी पकड़ी गई बिलासपुर के एसडीओ अभिनव कुमार, रेंजर पल्लव नायक व आसपास के सभी सर्किल प्रभारियों को लेकर सोंठी सर्किल पहुंचे वहां पर सोंठी सर्किल प्रभारी हफीज खान व मैदानी अमले के साथ बिटकुला में वहां पहुंचे जहां पर लगभग 50 साल पुराने 5 पेड़ों को काटे जाने की जानकारी दी गई थी। वन अफसरों को पूरा मामला संदेहास्पद लगा। इसके बाद उन्होंने बिटकुला बीट में और दूर तक नाले के किनारे जांच की तो उन्हें और भी लकड़ियां मिली।
पेड़ों के बचे हुए ठूंठ मिले। इसके बाद उन्होंने जांच में तेजी लायी और अन्य सर्किल के प्रभारियों को इस काम में लगाया। सभी लोग पूरे जंगल में फैल गए और बड़ी संख्या में काटे गए पेड़ों के ठूंठ को खोज निकाला। जितने पेड़ काटे गए थे वे सभी मशीन वाले आरे से काटे गए थे। पेड़ों के ठूंठ ढाई से तीन फीट तक ऊंचाई के भी मिले।
संपूर्ण मामले की जांच करने के बाद एसडीओ अभिनव कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट डीएफओ बिलासपुर सत्यदेव शर्मा को सौंपी उन्होंने कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट सीसीएफ बिलासपुर को भेज दिया। डीएफओ बिलासपुर ने सोंठी के बीट गार्ड बहोरनलाल साहू और बिटकुला के बीट गार्ड चंद्रहास तिवारी को सस्पेंड कर दिया।
सर्किल प्रभारी डिप्टी रेंजर पर कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट सीसीएफ बिलासपुर प्रभात मिश्रा के पास भेजा। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीसीएफ प्रभात मिश्रा ने सोंठी सर्किल के इंचार्ज डिप्टी रेंजर हफीज खान को सस्पेंड कर धरमजयगढ़ वन मंडल में अटैच कर दिया है। निलंबन के दौरान वहीं मुख्यालय होगा।
60 साल से ज्यादा पुराने थे 40 पेड़
सोंठी सर्किल के सोंठी और बिटकुला बीट में काटे गए पेड़ों की संख्या 40 हैं। ये सभी सागौन के पेड़ 60 से 70 साल पुराने हैं एक अनुमान के मुताबिक इन पेड़ों की जितनी गोलाई है उसके मुताबिक इसकी कीमत 11 लाख रुपए से अधिक है। इनमें से बिटकुला बीट में 17 और सोंठी बीट में 23 पेड़ों की कटाई की गई है। इनमें से बिटकुला में तो पेड़ों के काटे गए गोले मिले हैं वहां पर ठूंठ नहीं मिला। ठूंठ सोंठी के जंगल में मिले है।
जांच के बाद होगी रिकव्हरी
इस मामले में डिप्टी रेंजर सहित दोनों बीट गार्ड के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। जांच के बाद जो भी निष्कर्ष निकलेगा उसके मुताबिक तीनों से राशि की रिकव्हरी की जाएगी। फिलहाल उड़नदस्ता की टीम को जंगल की सर्चिंग में लगाया गया है। कहीं और से तो कटाई नहीं की गई है।