छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के रहवासियों के मोबाइल में सोशल मीडिया के माध्यम से टाइगर के परिवार का वायरल वीडियो आया। यह वीडियो बस्तर के जगदलपुर और सुकमा जिले का बताया जा रहा है। लेकिन वाइल्ड लाइफ के CCF आर.सी. दुग्गा ने इसे नकार दिया है।
उन्होंने कहा कि, टाइगर और शावकों का यह वीडियो बस्तर का नहीं है। उन्हें लेपर्ड की सूचना मिली थी लेकिन वो भी तेलंगाना-आंध्र प्रदेश के इलाके में देखा गया था। दरअसल, 14 सेकेंड के इस वीडियो में एक मादा टाइगर अपने 4 शावकों के साथ रात में सड़क पार करते दिख रही है। उस मार्ग से गुजर रहे किसी राहगीर ने यह वीडियो बना लिया। जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
टाइगर ने नहीं किया मवेशी का शिकार
किसी दावे में कहा जा रहा है कि यह वीडियो सुकमा जिले के कोंटा इलाके का है। तो कोई इसे जगदलपुर के पास बसें गांवों का बता रहा है। कहा जा रहा है कि इस इलाके में टाइगर ने कुछ मवेशियों का भी शिकार किया है।
हालांकि, जब यह वीडियो वाइल्ड लाइफ के अफसरों के पास पहुंचा तो उन्होंने इसकी जांच की। जिसके बाद पता चला कि यह बस्तर और सुकमा का नहीं है। टाइगर ने किसी भी मवेशी का शिकार नहीं किया है। CCF आर.सी. दुग्गा ने कहा कि, हमें जहां लोकेशन मिलता हैं, वहां ट्रैप कैमरा लगा दिया जाता है। अब तक हाइना और लेपर्ड ट्रैप हुए हैं। उन्होंने कहा कि, बस्तर में जहां यह एनिमल देखे जाते हैं, वहां मुनादी भी कराई जाती है। CCF ने टाइगर की मौजूदगी की अफवाह फैलाकर लोगों में दहशत न फैलाने की अपील भी की है।