मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में छोटे भाई ने अपने बड़े भाई के रोजगार पंजीयन और दस्तावेजों के आधार पर SECL में 40 साल नौकरी की। जब बड़े भाई को इसका पता चला तो उसने गांव में पंचायत बुलाई। छोटे भाई ने परिवार को पालन-पोषण करने और रिटायरमेंट पर आधा पैसा देने का वादा किया। भाई अपने वादे से मुकर गया तो छोटे भाई ने मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। रिपोर्ट पर चिरमिरी पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।
जमीन अधिग्रहण के बदले मिली थी नौकरी
जानकारी के मुताबिक मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खैरबना निवासी इंदरसाय (56) ने अपने बड़े भाई कुंवर साय के खिलाफ चिरमिरी थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में इंदरसाय ने बताया कि जमीन अधिग्रहण के बदले उसका नाम नौकरी के लिए निकला था। कुंवर साय ने छलपूर्वक रोजगार पंजीयन में इंदरसाय के बजाए अपनी फोटो लगा ली और नौकरी ज्वॉइन कर ली। जब इसकी जानकारी इंदरसाय को मिली तो उसने आपत्ति की। कुंवर साय ने कहा कि उसके नाम की नौकरी आएगी तो वह नौकरी कर ले, लेकिन कुंवर साय का नाम नौकरी के लिए नहीं आया।
न खर्च दिया न रिटायरमेंट राशि दी
रिपोर्ट में इंदरसाय ने बताया कि मामले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई। कुंवरसाय ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वह इंदरसाय के परिवार को जीवन यापन का खर्च देगा और रिटायरमेंट में आधी रकम भी देगा। लेकिन कुंवर साय ने वादे के अनुरूप न तो भरण-पोषण की राशि दी और न ही रिटायरमेंट के बाद समझौते के अनुसार सात लाख रुपए दे रहा है। पैसे मांगने पर भाई और उसके बेटे मारपीट करते हैं और धमकी देते हैं।
आधार कार्ड भी बनवाया भाई के नाम
रिपोर्ट में इंदरसाय ने बताया कि कुंवरसाय ने आधार कार्ड भी इंदरसाय के नाम पर बनवाया है और उसका उपयोग कर रहा है। चिरमिरी पुलिस ने मामले की जांच की। जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर कुंवर साय के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज किया है। फिलहाल, पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।