छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तोरवा स्थित बारदाना फैक्ट्री में रविवार की रात भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 9 गाड़ियां मौके पर पहुंची। करीब 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, जिसमें 11 ट्रिप पानी सप्लाई की गई। आग से लाखों नुकसान हुआ है। फिलहाल शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है।
बताया जा रहा है कि रविवार की रात करीब 8.30 बजे कर्मचारियों ने गोदाम से धुंआ उठते देखा। जब तक वे कुछ समझ पाते प्लास्टिक बारदाने के गोदाम में आग भड़क गई थी। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। साथ ही फायर ब्रिगेड को भी आग लगने की जानकारी दी गई।
बारदाना और फर्नीचर की वजह से तेजी से फैली आग
इस दौरान बारदाना के साथ ही फर्नीचर में लगी आग काफी तेजी से फैलने लगी। कर्मचारियों को आग को काबू में करने का मौका ही नहीं मिला। फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाना शुरू कर किया, तब तक काफी देर हो चुकी थी। देर रात तक दमकल कर्मी आग बुझा सके, जिसमें करीब 5 घंटे लग गए।
गोदाम में कर्मचारी भी थे मौजूद
मिली जानकारी के मुताबिक तोरवा में रहने वाले रमेश माखीजा व्यवसायी हैं। देवरीखुर्द- लालखदान ओवरब्रिज के पास उनका गोदाम है। उन्होंने बारदाना और फर्नीचर व्यवसायी को किराए पर दिया है। दोनों व्यवसायी अपने सामान गोदाम में रखे हैं। बताया जा रहा है कि बारदाना व्यवसायी और फर्नीचर व्यवसायी के कर्मचारी भी गोदाम में रहते हैं।
बारदाने में आग भड़क चुकी थी
आसपास के लोगों ने बताया कि आग लगने की जानकारी देने के बाद भी पुलिस देर से पहुंची। इसके साथ ही जब पुलिस पहुंची, तब फायर ब्रिगेड को सूचना दी। तब तक गोदाम में रखे बारदाने में आग भड़क चुकी थी। दूर तक आग की लपटें नजर आ रही थी।