रायपुर। राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई शहरों में नशीली और प्रतिबंधित दवाओं की अवैध बिक्री पर लगाम कसने के लिए औषधि निरीक्षकों (ड्रग इंस्पेक्टरों) ने बड़ी कार्रवाई की है। पिछले दो महीने में ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर करीब 2920 मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया, जिनमें से 25 दुकानों के लाइसेंस निलंबित और निरस्त किए जा चुके हैं।
टीम ने दुकानों पर छापा मारकर खासतौर पर नारकोटिक और नशीली दवाओं की बिक्री से जुड़े बिल, स्टॉक और रिकॉर्ड की जांच की। यह देखा गया कि डॉक्टर की पर्ची के बिना नशीली दवाएं बेची जा रही हैं या नहीं। कई जगहों पर ऐसे दवाओं की बिक्री का रिकॉर्ड या तो अधूरा था या फिर जानबूझकर नहीं रखा गया था। साथ ही दुकानों के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए, जिससे सप्लाई की गतिविधियों की पुष्टि हो सके।
हाल के वर्षों में ‘सूखे नशे’ यानी टेबलेट और सिरप के माध्यम से नशा करने की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ी है। इन दवाओं का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रशासन अब मेडिकल स्टोर संचालकों पर सख्ती बरत रहा है। जानकारी के अनुसार, ड्रग माफिया बाइक और कार के जरिए प्रतिबंधित दवाओं की अवैध सप्लाई कर रहे हैं, जिन्हें पकड़ा भी गया है।