फेंगल तूफान आज पुडुचेरी और तमिलनाडु से टकराएगा, भारी बारिश से 800 एकड़ की फसल बर्बाद

बंगाल की खाड़ी से उठा फेंगल तूफान शनिवार शाम तक पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम जिले के बीच समुद्र तट से टकराएगा। मौसम विभाग ने इस दौरान 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान जताया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी आशंका है।

IMD के अनुसार तूफान 15 km/h की स्पीड से आगे बढ़ रहा है।

इसके चलते शनिवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। लोगों को भी घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। हालांकि, 28 नवंबर से ही समुद्र तटीय इलाकों में बारिश और तेज हवा की शुरुआत के साथ तूफान का असर दिखने लगा था। यह मानसून के बाद के मौसम में भारत को प्रभावित करने वाला दूसरा तूफान है। इससे पहले अक्टूबर के आखिर में तूफान दाना आया था।

तमिलनाडु में तूफान का सबसे ज्यादा असर

तूफान का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु पर पड़ रहा है। भारी बारिश की वजह से राज्य में धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। नागपट्टिनम जिले में करीब 800 एकड़ से ज्यादा की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो गई है। इसके अलावा कामेश्वरम, विरुंधमावडी, पुडुपल्ली, वेद्रप्पु, वनमादेवी, वल्लपल्लम, कल्लिमेडु, ईरावायल और चेम्बोडी जिले भी तूफान की चपेट में हैं। चेन्नई और उसके आसपास के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। राज्य के भीतरी इलाकों में 3 दिसंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।

समुद्र तटीय इलाकों में बारिश और तेज हवा की शुरुआत के साथ तूफान का असर दिखने लगा है। - Dainik Bhaskar

तूफान से निपटने की तैयारी…
  • पूर्वी नौसेना कमान ने अपना डिजास्टर रिस्पॉन्स सिस्टम एक्टिव कर दिया है। गाड़ियों को भोजन, पीने के पानी और दवाओं सहित जरूरी राहत सामग्री से भरा जा रहा है। बाढ़ संभावित इलाकों में फ्लड रिस्पॉन्स टीमें तैनात की हैं।
  • तमिलनाडु ने इमरजेंसी से निपटने के लिए दो टोल-फ्री नंबर 112 और 1077 जारी किए हैं। साथ ही एक व्हाट्स ऐप नंबर 9488981070 भी जारी किया गया है।
  • राज्य ने करीब 2 हजार राहत शिविर तैयार किए हैं। तिरुवरुर और नागपट्टनम जिलों के 6 राहत केंद्रों में 164 परिवारों के कुल 471 लोगों को ठहराया गया है।
  • तमिलनाडु सरकार ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद करीब 4 हजार नावें समुद्र से वापस लौट आई हैं।
  • जिलों में नावें, जनरेटर, मोटर पंप और अन्य सभी आवश्यक मशीनरी और उपकरण तैयार हैं।
  • निजी कंपनियों से उनके कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहने को कहा गया है।
  • साथ ही समुद्र तट के नजदीकी सड़कों पर आवाजाही बंद कर दी गई है।
  • जरूरत के हिसाब से NDRF और SDRF की टीमें तैनात की गई हैं।​​​​​

महाबलीपुरम में भारी ज्वार के साथ ऊंची समुद्री लहरें देखी गईं।

​​​​सऊदी अरब ने दिया तूफान को ‘फेंगल’ नाम

इस तूफान का नाम ‘फेंगल’ सऊदी अरब की तरफ से प्रस्तावित किया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जो भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण है। यह शब्द वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता को दर्शाता है।

चक्रवातों के नामों का चयन करते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि नामों का उच्चारण आसान हो, वे याद रखने में सरल हों, और सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष हों। यह ध्यान रखा जाता है कि नाम ऐसे हों जिनसे अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं के बीच कोई विवाद पैदा न हो या किसी का अपमान न हो।

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