CBI अफसर बनकर 16 लाख की ठगी, मनी-लॉन्ड्रिंग केस में नाम आने का हवाला देकर ऐठे पैसे

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में CBI अफसर बनकर ठग ने बीमा कंपनी के सर्वेयर से 16 लाख 50 हजार रुपए वसूल लिए। कथित अफसर ने उसे झांसा दिया कि मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी में उसका नाम आ गया है। अब उसके खिलाफ CBI जांच होगी। इससे बचना है तो पैसे देने होंगे।

फर्जी CBI अफसर की धमकी की डर से बचने के लिए सर्वेयर ने बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद में उसने ठगी की शिकायत पुलिस से की, जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

CBI अफसर बनकर ठग ने बीमा कंपनी के सर्वेयर को लगाया चूना।
गोपनीय जानकारी की जांच होने का दावा किया

विवेकानंद नगर में निवासी नीरज कुमार सिंह (55) बीमा कंपनी में सर्वेयर हैं। बीते शुक्रवार को उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने उनके अकाउंट और अन्य गोपनीय जानकारी की जांच होने का दावा किया। उसकी कुछ निजी जानकारी भी दी। कहा कि किस तरह से अवैध कमाई किया है, सारी जानकारी है। उसकी बातों को सुनकर सर्वेयर डर गया।

ठग बोला- CBI जांच से बचना है तो देना होगा पैसा

नीरज को डराने-धमकाने के बाद ठग ने कहा कि अगर CBI जांच से बचना है तो उनकी डिमांड पूरी करनी होगी। नीरज उसकी बातों में आ गया। डिमांड पूरी करने के लिए तैयार हो गया। तब कथित अफसर ने उसे अकाउंट नंबर बताया। 20 लाख रुपए ट्रांसफर करने बोला, जिस पर उसने बैंक खाते में 16 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए। बाकी पैसों के लिए समय मांगा।

पत्नी और परिजनों को दी जानकारी, तब ठगी का हुआ एहसास

ठगों को रुपए देने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी पूनम सिंह और परिजन को इस घटना की जानकारी दी। उनसे बात करने के बाद नीरज को ठगी का एहसास हुआ, जिसके बाद वह तोरवा थाने पहुंचा। फिर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। उसकी शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

घटना के बारे में बताने पर गिरफ्तार करने दी धमकी

इस दौरान कथित CBI अफसर ने इस बारे में किसी को बताने पर तत्काल गिरफ्तारी का डर दिखाया, जिससे सर्वेयर नीरज CBI जांच के नाम पर डर गया। जांच और गिरफ्तारी के डर से किसी को बताए बिना ही उसने पैसे ट्रांसफर कर दिए।

Share This News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *