कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के कलेक्टर कुणाल दुदावत ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों का दौरा कर विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने नारायणपुर जिले की सीमा से लगे गांवों का दौरा किया और वहां आंगनबाड़ी केन्द्र, विद्यालय, आश्रम-छात्रावास, स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान एवं जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने उमरगांव में जल जीवन मिशन के कार्य का निरीक्षण किया और उन्होंने शासन के निर्धारित मापदंड अनुसार प्रत्येक घर में जल उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए हर घर जल के प्रमाणन की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उचित मूल्य दुकान संचालक को बर्खास्त करने के दिए निर्देश
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने चौड़ंग स्थित उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां खाद्य सामर्ग्री की तौल करवाई। उन्होंने यहां स्टॉक पंजी में दर्ज मात्रा और दुकान में उपलब्ध मात्रा में अंतर पाए जाने पर दुकान संचालक को बर्खास्त करने के निर्देश दिए। वहीं निगरानी में लापरवाही बरतने पर खाद्य निरीक्षक को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने यहां निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन और उचित मूल्य की दुकान का निर्माण शीघ्रता से करने तथा पूर्व माध्यमिक शाला की छत के मरम्मत के लिए प्राक्कलन तैयार करने के लिए भी निर्देशित किया।
प्राचार्य अनुपस्थित, अवैतनिक अवकाश घोषित करने के दिए निर्देश
कलेक्टर ने ग्राम चलका में स्थित हायर सेकेण्डरी स्कूल का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां प्राचार्य को बिना सूचना के अवकाश में जाने पर अवैतनिक अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस मामले में खण्ड शिक्षा अधिकारी की भूमिका को भी लापरवाही पूर्ण पाते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां बच्चों से शैक्षणिक गतिविधियों के संबंध में बातचीत की और बच्चों को वास्तविक संख्या, प्राकृत संख्या एवं पूर्ण संख्या के संबंध में प्रश्न पुछा। बच्चों द्वारा तुरंत उत्तर देने पर कलेक्टर ने खुशी जताई। उन्होंने बच्चों से पाठ्यपुस्तक एवं शाला गणवेश के वितरण के संबंध में भी जानकारी ली।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण नवंबर तक पूर्ण करने के दिए निर्देश
उन्होंने बयानार में निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निरीक्षण किया और कार्य की गति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने छत ढलाई का कार्य अगस्त माह तक पूर्ण करने एवं संपूर्ण कार्य को नवंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मापदण्ड अनुसार नर्सिंग स्टॉफ कक्ष एवं शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश दिए।
आंगनाबड़ी केन्द्र का किया निरीक्षण
कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बयानार में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों को परोसे गए भोजन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। यहां बच्चों को गर्म भोजन में चावल, रोटी, दाल और आलू भिंडी की सब्जी परोसी गई थी। उन्होंने केन्द्र में आने वाले बच्चों के कुपोषण की स्थिति के संबंध में भी जानकारी ली। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि यहां चार बच्चे मध्यम कुपोषण की स्थिति में हैं। इनमें एक बच्ची कुपोषण से बाहर आ चुकी थी, किन्तु मौसमी बीमारी के कारण वह फिर से मध्यम कुपोषण की स्थिति में आ गई है। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चों को खेल सामग्री उपलब्ध कराने के संबंध में भी निर्देशित किया।
सीएचसी में स्टॉफ र्क्वाटर बनाने में विलंब पर जताई नाराजगी
मर्दापाल स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निकट स्टॉफ क्वार्टर के निर्माण में विलंब पर कलेक्टर कुणाल दुदावत ने नाराजगी जताई। उन्होंने इस मामले में स्टॉफ क्वार्टर के निर्माण तक सीजीएमएससी के इंजीनियर का वेतन रोकने व ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन आवासों को 15 अगस्त तक हस्तांरित करने के लिए भी निर्देशित किया।
20 अगस्त तक पूर्ण करें तहसील भवन के निर्माण का कार्य
कलेक्टर दुदावत ने इसके साथ ही मर्दापाल में निर्माणाधीन तहसील भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्युतीकरण का कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। उन्होंने भवन का निर्माण कार्य 20 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, अनुविभागीय दण्डाधिकारी निकिता मरकाम, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एआर मरकाम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता एचएस मरकाम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके सिंह, आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त डॉ रेशमा खान सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।