मणिपुर एक बार फिर से जलने लगा है। पहले जहां आगजनी और गोलीबारी हो रही थी, वहां अब रॉकेट से हमले होने लगे हैं, ड्रोन से हमले होने लगे हैं। हाल ये हो गया है कि पुलिस को अब ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात करनी पड़ी है। सीएम और अधिकारी मीटिंग पर मीटिंग कर रहे हैं। शनिवार को भी सीएम बिरेन सिंह और राज्यपाल की मुलाकात हुई है।
मणिपुर पुलिस ने शनिवार को कहा कि उसने नागरिकों पर हाल ही में हुए ड्रोन और रॉकेट हमलों के जवाब में ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात की है। यह घोषणा जिरीबाम जिले में ताजा हिंसा की खबरों के बाद हुई है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस महानिरीक्षक (आसूचना) के. कबीब ने यहां संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि एक मजबूत ड्रोन रोधी प्रणाली तैनात की गई है और पुलिस नागरिकों पर हमलों का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त हथियार खरीदने की प्रक्रिया में है। उन्होने कहा, “राज्य बल स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है। हाल ही में हुए ड्रोन हमलों के कारण, एक ड्रोन-रोधी प्रणाली तैनात की गई है और राज्य पुलिस अतिरिक्त ड्रोन-रोधी हथियार खरीदने की प्रक्रिया में है, जिन्हें जल्द ही तैनात किया जाएगा।
हथियारों का जखीरा बरामद
शनिवार सुबह कांगपोकपी और बिष्णुपुर जिलों की सीमा पर स्थित लोइबोल खुल्लेन और टिंगकाई खुल्लेन में दो तलाशी अभियानों के दौरान अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया। इसमें नौ अत्याधुनिक हथियार, एक संवर्धित स्नाइपर राइफल, 21 विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद, 21 विस्फोटक और ग्रेनेड तथा एक वायरलेस सेट शामिल थे।
राज्यपाल से मिले सीएम
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में हिंसा की ताजा घटनाओं के बीच शनिवार शाम राज्यपाल एल. आचार्य से मुलाकात की। पिछले पांच दिनों में राज्य में हिंसा की घटनाओं में सात लोगों की मौत हुई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों और मंत्रियों की आपात बैठक के बाद मुख्यमंत्री सिंह, राज्यपाल से मिलने पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले विधायकों की बैठक हुई जिसमें 25 विधायकों ने हिस्सा लिया। इसमें हथियार बंद उपद्रवी तत्वों द्वारा किए गए हमलों से संबंधित मामलों पर चर्चा की गई।
ड्रोन से गिराए जा रहे बम
इस सप्ताह की शुरुआत में इंफाल पश्चिम जिले में दो स्थानों पर लोगों पर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार रात बिष्णुपुर जिले के नारायणसेना, नाम्बोल कामोंग और इंफाल पूर्वी जिले के पुखाओ, दोलाईथाबी, शांतिपुर में कई ड्रोन देखे गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। घबराए ग्रामीणों ने घरों की लाइटें बंद कर दीं। एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल बड़े समूहों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए आसपास के क्षेत्रों में ‘हाई अलर्ट’ पर हैं।