राजधानी रायपुर में मंगलवार को हल्के बादल रहेंगे। इस दौरान एक-दो बार गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। 18 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम आगे बढ़ रहा है।
इसका रुख उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर है। इसलिए सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिलों मे बारिश हो रही है। समुद्र से नमी वाली हवा आने के कारण राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी बादल छाए हुए हैं। कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही है। राजधानी रायपुर में मंगलवार को हल्के बादल छाए रहे।
इस दौरान दोपहर में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। आउटर में हल्की बारिश रिकार्ड की गई। बादल और बारिश की वजह से दिन का तापमान भी 30 डिग्री के करीब रहा। यह सामान्य के आसपास है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मंगलवार को भी हल्के बादल और बारिश की स्थिति रहने पर गर्मी से राहत रहेगी।दिन का तापमान 30 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
इन जिलो को लेकर अलर्ट जारी
बलरामपुर, जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, सरगुजा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में ऑरेंज और कोरिया, मुंगेली जिले में यलो अलर्ट है। यहां भारी बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में सोमवार रात से ही मौसम बदला हुआ है।
कई इलाकों में बारिश हुई जिससे रायपुर समेत कई जिलों में रात का मौसम ठंडा रहा। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम उत्तरी छत्तीसगढ़ और झारखंड की ओर आगे बढ़ रहा है। जिसका असर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिल रहा है। रायपुर में सुबह से बादल छाए हुए हैं। ठंडी हवाएं चल रही हैं।
आज पूरा हो सकता है मानसून का कोटा
छत्तीसगढ़ में 1 जून से 16 सितंबर तक 1139.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। मानसून सीजन (1 जून से 30 सितंबर) के दौरान औसत 1143 मिमी बारिश होती है। मानसून की विदाई को अभी 13 दिन बाकी है।
यानी अब जो बारिश होगी, वह प्रदेश के लिए बोनस होगा। पिछले साल प्रदेश में 1061 मिली मीटर बारिश हुई थी जो औसत से 7 प्रतिशत कम थी। लेकिन इस बार औसत से अधिक बारिश होने की संभावना है।