रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। मुंबई में स्थित RBI हेडक्वार्टर में कस्टूर केयर नंबर एक शख्स ने शनिवार सुबह कॉल कर धमकी दी थी। आरोपी ने खुद को लश्कर-ए-तैयबा का CEO बताया था। कॉल में उसने कहा- इलेक्ट्रिक कार खराब हो गई है। पीछे का रास्ता बंद कर दो।
बम की धमकी मिलने के बाद RBI ने माता रमाबाई मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को शक है कि यह शरारती हरकत की है। पुलिस फोन करने वाले को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसारकॉल करने वाले शख्स ने कहा कि “वह लश्कर-ए-तैयबा का सीईओ है और पीछे का गेट बंद कर दो।
इलेक्ट्रिक कार खराब हो गई है। इतना कहने के बाद कॉल कट हो गई। कॉल कट हो जाने के बाद बैंक के सिक्योरिटी गार्ड ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस में शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई। आपको बता दें कि यह मामला माता रमाबाई मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। अभी तक पुलिस को लग रहा है कि यह किसी व्यक्ति की शरारत है।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
आरबीआई को बम से उड़ाने की यह पहली धमकी नहीं है। 11 महीने पहले भी आरबीआई को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार 11 महीने पहले एक युवक ने ‘खुद को खिलाफत इंडिया ग्रुप का मेंबर बताने वाले शख्स ने धमकी भरा मेल भेजा है। मेल में दावा किया गया कि उसने RBI ऑफिस, HDFC बैंक और ICICI बैंक सहित 11 जगहों पर बम रखे हैं, जो दोपहर 1:30 बजे फटेंगे। शख्स ने RBI गवर्नर शक्तिकांत दास और कैबिनेट मंत्री निर्मला सीतारमन के इस्तीफे की मांग की थी।’
एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि khilafat.india@gmail.com ईमेल आईडी से RBI गवर्नर की मेल पर सुबह करीब 10:50 से दोपहर 1:30 बजे के बीच भेजा गया था। ईमेल में उन तीन जगहों का नाम बताया गया है, जहां बम प्लांट किए जाने का दावा किया था। इनमें RBI- न्यू सेंट्रल बिल्डिंग फोर्ट, HDFC हाउस-चर्चगेटॉ और ICICI बैंक टावर्स BKC शामिल हैं। इन सभी जगहों पर पुलिस ने तलाशी ली थी, लेकिन कुछ आपत्तिजनक नहीं मिला था।
ईमेल में RBI पर बड़ा घोटाला करने का आरोप
ईमेल में लिखा, ‘हमने मुंबई के विभिन्न स्थानों पर 11 बम रखे हैं, RBI ने प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के साथ मिलकर भारत के इतिहास में सबसे बड़े घोटाले को अंजाम दिया है। इस घोटाले में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कुछ टॉप बैंकिंग ऑफिसर्स और भारत के कुछ पापुलर मंत्री शामिल हैं, हमारे पास इसके पर्याप्त ठोस सबूत हैं।’ हम मांग करते हैं कि RBI गवर्नर और वित्त मंत्री दोनों तुरंत अपने पदों से इस्तीफा दें और घोटाले के पूरे खुलासे के साथ एक प्रेस बयान जारी करें। हम सरकार से यह भी मांग करते हैं कि उन्हें और इसमें शामिल सभी लोगों को वह सजा दी जाए जिसके वे हकदार हैं।’