छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में सड़क और बिल्डिंग के निर्माण में BIM टेक्नोलाॅजी का इस्तेमाल होगा। वर्तमान में ये टेक्नोलॉजी वाशिंगटन में अपनाई जा रही है। छत्तीसगढ़ से 9 दिन के स्टडी टूर पर अमेरिका गए डिप्टी सीएम अरुण साव और सेक्रेटरी आईएएस डा. कमलप्रीत सिंह वाशिंगटन में बन रही गगनचुंबी इमारतों और सड़कों पर इस्तेमाल की जाने वाली BIM टेक्नोलाॅजी के सिस्टम को जाना। इस टेक्नाेलॉजी को जानने के लिए डिप्टी सीएम साव और सचिव सिंह ने लगभग दो दर्जन से ज्यादा साइट का विजिट किया। विजिट के दौरान वाशिंगटन के इंजीनियर और आर्किटेक्स से उन्होंने निर्माण सामग्री और मशीनरी की जानकारियां ली।
वहां भवन बनाने में इस्तेमाल बीआईएम टेकनालाजी का भी अध्ययन किया। यह तकनीक भवन निर्माण में सामग्री, लागत, मेंटेनेंस की जरूरत और सुरक्षा का सटीक केलकुलेशन करती है। सूत्रों के मुताबिक इस तकनीक को छत्तीसगढ़ में लाया जाएगा और एक-दो निर्माण स्थलों पर इसका उपयोग कर परखा जाएगा कि यहां की परिस्थितियों में यह तकनीक कितनी उपयोगी है।
वाशिंगटन में डिप्टी सीएम साव और सेक्रेटरी डा. कमलप्रीत ने विशेषज्ञों के साथ बैठक कर सड़क एवं भवन निर्माण की नई तकनीकों तथा निर्माण परियोजनाओं के विभिन्न चरणों का अध्ययन भी किया है। दोनों कई निर्माण साइट्स पर अमेरिका में भवन निर्माण कर रहे विशेषज्ञ इंजीनियरों से भी मिले और निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री, धातु (Metal) एवं मशीनरी की जानकारी ली। उन्होंने वहां विशेषज्ञों के साथ बैठक कर सड़क एवं भवन निर्माण की नई तकनीकों तथा निर्माण परियोजनाओं के विभिन्न चरणों का अध्ययन किया। दोनों तीन दिन बाद छत्तीसगढ़ लौटेंगे।