छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सराफा कारोबारी की दुकान से करोड़ की लूट की वारदात को अंजाम झारखंड के माेनू गैंग ने दी है। पुलिस से मिले जानकारी के अनुसार गिरोह का सरगना झारखंड के डाल्टेनगंज जिले के चैनपुर इलाके का रहने वाला है। वारदात को तीन दिन गुजर चुके हैं लेकिन अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।
पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में बलरामपुर पुलिस टीम झारखंड पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर लुटेरों को पकड़ने दबिश दे रही है। पुलिस के अनुसार करोड़ों के लूट की वारदात को झारखंड में सक्रिय बुकी गैंग के मोनू सोनी व उसके साथियों द्वारा अंजाम दिया गया। वारदात जिस अंदाज में हुआ उससे पता चलता है कि अपराधियों ने कई दिनों तक वहां की रेकी की होगी। लगभग छह करोड़ के जेवरात व सात लाख रुपये नकद लेकर फरार हुए लुटेरों को पकड़ने का प्रयास अब तक किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाया है। बलरामपुर से पुलिस की कई टीम रोज झारखंड जाकर आरोपियों की तलाश के बाद खाली हाथ लौट रही है। कुछ टीम वहां स्थायी रूप से रहकर खोजबीन में लगी हुई है।
मोनू ने की थी मारपीट, भाई रांची जेल में बंद
आभूषण दुकान में लूटपाट के दौरान गैंग के सरगना मोनू सोनी ने कट्टे के बट से संचालक राजेश सोनी सिर पर दो तीन बार वार किया था। इससे उनके सिर में काफी चोट आई थी। बताया गया कि आरोपी मोनू का भाई सोनू सोनी गढ़वा के जिस आभूषण दुकान में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था वह राजेश सोनी के भाई दौलत सोनी की है। इस मामले में मोनू सोनी गिरफ्तार होने के बाद रांची जेल में बंद है।