छत्तीसगढ़ में गुरुवार को प्रदेश के राजस्व विभाग के 169 अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजस्व विभाग से जुड़े काम-काज में लापरवाही के मामले में नाराजगी जाहिर की थी, इसके 24 घंटे बीते नहीं थे कि लंबी ट्रांसफर लिस्ट आ गई। राजस्व विभाग से ताल्लुक रखने वाले तहसीलदार, नायब तहसीलदार, उप पंजीयक और राजस्व निरीक्षक जैसे अधिकारियों को बदल दिया गया है।
गुरुवार को जारी हुए आदेश में एक दो नहीं बल्कि 55 तहसीलदारों का तबादला किया गया है। इसमें बिलासपुर, धमतरी, कोरबा, रायपुर, दुर्ग, बस्तर जैसे लगभग सभी बड़े जिलों के तहसीलदार शामिल हैं। 28 राजस्व निरीक्षकों का तबादला किया गया है। इनमें बेमेतरा, बलौदा बाजार, रायपुर, बस्तर, मुंगेली, जशपुर के अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा 2 बीईओ का भी ट्रांसपर किया गया है।
तहसीलदार ट्रांसफर लिस्ट-
ट्रांसफर लिस्ट में 33 वरिष्ठ उप पंजीयक को भी हटाने का आदेश है। रायपुर के रजिस्ट्री ऑफिस के अधिकारी बदल दिए गए हैं। इसके अलावा धमतरी, रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, राजनांदगांव जैसे जिलों के उप पंजीयक भी हटाए गए हैं। 51 नायब तहसीलदार भी हटाए गए हैं। इस लिस्ट में भी प्रदेश के लगभग हर बड़े छोटे जिले के नायब तहसीलदार शामिल हैं।
राजस्व निरीक्षक ट्रांसफर लिस्ट-
CM ने रिव्यू के दौरान जाहिर किया था गुस्सा
जमीन पर अवैध कब्जे, फर्जी रजिस्ट्री, जमीन धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय में पहुंच रही थी। राजस्व कार्यालय में लम्बे समय तक पेंडिंग पड़े रहने वाले आवेदनों का भी CM ने रिव्यू किया है। रायपुर में 2 दिन चली कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस में खुलकर मुख्यमंत्री ने इसपर अधिकारियों को फटकारा था।
मुख्यमंत्री ने सारंगढ़-बिलाईगढ़, बस्तर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में राजस्व मामलों के निराकरण की धीमी गति पर नाराजगी जताई थी। मनरेगा में काम न होने की वजह से CM साय ने बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के., कबीरधाम के जन्मेजय महोबे और बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण पर नाराजगी जताई थी।