दिल्ली। वायनाड लैंडस्लाइड के पांचवे दिन प्रशासन ने माना कि राहत और बचाव कार्य में वह मजबूत कदम उठाने में नाकाम रहा। प्रशासन ने बताया कि जहां लैंडस्लाइड हुई थी, वहां से बरामद 341 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है, इनमें से 146 की पहचान हो चुकी है।
134 लोगों के शरीर के सिर्फ टुकड़े बरामद हुए हैं। जिन शवों की पहचान हुई है, उन्हें परिवार को सौंप दिया गया है। जबकि 74 अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा। मेप्पडी के 17 रिलीफ कैंप में 707 परिवारों के 2,597 लोगों को रखा गया है। इलाके में 91 कैंप बनाए गए हैं, इनमें 10,000 से ज्यादा लोग हैं। केरल के वायनाड में 29-30 जुलाई की रात 2 से 4 बजे के बीच लैंडस्लाइड की 4 घटनाएं हुई थीं। इसमें चार गांव बह गए थे।
आर्मी के जनरल ऑफिसर कमांडिग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। अब केवल डेडबॉडी ढूंढ़ी जा रही हैं। शनिवार को केरल में भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में यलो अलर्ट है।
केरल आपदा के बाद केंद्र ने पश्चिमी घाट के लिए नया ESA ड्राफ्ट
केंद्र ने केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड के 13 गांवों समेत छह राज्यों में पश्चिमी घाट के 56,800 वर्ग किमी से ज्यादा क्षेत्र को इकोलॉजिकली सेंसिटिव एरिया (ESA) घोषित करने के लिए एक नए ड्राफ्ट की नोटिफिकेशन जारी की है, जिसमें 60 दिनों के भीतर सुझाव और आपत्तियां मांगे गए हैं। ड्राफ्ट में केरल के 9,993.7 वर्ग किमी को ESA के तहत लाने का प्रस्ताव है। जिसमें लैंडस्लाइड प्रभावित जिले की दो तालुका के 13 गांव शामिल हैं। हालांकि इनमें आपदा प्रभावित मुंडक्कई, चूरलमाला और अट्टामाला ड्राफ्ट नोटिफिकेशन शामिल नहीं हैं।